पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर के पुजारी को पीटने की घटना सामने आई है. पुजारी की यह पिटाई एक फेक न्यूज के वायरल होने की वजह से हुई. फेक न्यूज में आरोप लगाया गया था कि इस पुजारी ने दलित होने की वजह से राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया था.
पुलिस के अनुसार आरोपी युवक धारदार हथियार के साथ मंदिर में आया था. उसके बाद मंदिर के अंदर आकर संत महादेव पुरी पर जानलेवा हमला कर दिया. हमले में संत के हाथ में गंभीर चोट आई है. हालांकि आरोपी युवक को पकड़ लिया गया और पुलिस को सौंप दिया गया. पुलिस के अनुसार आरोपी युवक अशोक मेघवाल की दिमागी हालत ठीक नहीं है.
राष्ट्रपति को लेकर यह फेक न्यूज उस समय वायरल हुई, जब वह 2 दिन के दौरे पर राजस्थान के दौरे पर गए थे. पोस्ट में बताया गया था कि राष्ट्रपति कोविंद , अपनी पत्नी और बेटी के साथ मंदिर के अंदर जाना चाहते थे, लेकिन जाति के आधार पर उन्हें प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई. हालांकि न्यूज पोर्टल ने इस फेक न्यूज का खुलासा किया था. साथ ही राष्ट्रपति के प्रेस सचिव ने इस संबंध में ट्वीट भी किया था.
प्रेस सचिव अशोक मलिक ने ट्वीट कर कहा था कि राष्ट्रपति का यह दौरा काफी छोटा था और उन्हें तत्काल ही मुंबई रवाना होना था. यही वजह है कि राज्य सरकार, मंदिर प्रशासन और पुजारियों के बार बार आग्रह करने पर भी राष्ट्रपति मंदिर का पूरा दर्शन नहीं कर पाए. ऐसे में मंदिर के अंदर नहीं जाने का फैसला राष्ट्रपति का था, न कि किसी और वजह से ये फैसला लिया गया.
कम समय रहने की वजह से राष्ट्रपति ने मंदिर की सीढ़ियों पर ही पूजा की. पुजारी लक्ष्मी नारायण वशिष्ठ ने पूजा करने में उनकी मदद की. राष्ट्रपति की बेटी जरूर मंदिर के अंदर गई थी.
मंदिर के अंदर पुजारी पर यह हमला सुरक्षा में बड़ी चूक की ओर भी इशारा कर रहा है. स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही है.हमले से जुड़ा एक सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हो रहा है.
अंकुर कुमार