हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली ऐसे भयावह सांप्रदायिक दंगे की गवाह बनी जैसा पिछले कई दशकों में नहीं हुआ था. दिल दहलाने वाली हिंसा और खून खराबे की खबरें सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही हैं.
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, हिंसा प्रभावित इलाकों में से एक चांदबाग में एक नहर से इंटेलीजेंस ब्यूरो में कार्यरत अंकित शर्मा का शव बरामद किया गया. उनके शरीर पर चाकू घोंपने के कई निशान थे.
एक और तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें एक बच्चा एक आदमी के शव के पास बैठा है और उसकी तरफ देखकर रो रहा है. सोशल मीडिया पर कई फेसबुक यूजर जैसे फेसबुक पेज “Narendra Modi Hindu Supporters” ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया है कि यह बच्चा आईबी स्टॉफ अंकित शर्मा का बेटा है.
हालांकि, वायरल होने के बाद इस पेज से यह पोस्ट डिलीट कर दी गई. स्टोरी लिखे जाने तक यह पोस्ट 800 से ज्यादा बार शेयर की जा चुकी थी. इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
इसी दावे के साथ इस पोस्ट को कई अन्य यूजर्स ने भी शेयर किया है.
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वायरल तस्वीर में दिख रहे बच्चे का अंकित शर्मा से कोई संबंध नहीं है. यह तस्वीर दिल्ली दंगे का शिकार हुए एक और व्यक्ति मुदस्सिर खान के जनाजे के वक्त खींची गई थी.
रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमने पाया कि वायरल तस्वीर को कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थानों के आर्टिकल्स में इस्तेमाल किया गया है जो दिल्ली में हुए दंगों के संबंध में हैं.
मूल रूप से यह तस्वीर न्यूज एजेंसी “रॉयटर्स” ने खींची थी और इसे 27 फरवरी, 2020 को प्रकाशित किया था. एजेंसी ने इस तस्वीर के साथ कैप्शन दिया है, “मुदस्सिर खान के शव के पास रोते हुए लोग. मुदस्सिर खान दिल्ली के दंगा प्रभावित क्षेत्र में मंगलवार को नागरिकता कानून के समर्थन और विरोध में हो रहे प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प में घायल हो गए थे, बाद में उनकी मौत हो गई.”
मीडिया में प्रकाशित खबरों के मुताबिक, 26 वर्षीय अंकित शर्मा अविवाहित थे. वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा गलत है कि यह अंकित शर्मा का बेटा है.
दिल्ली में हाल में हुए सांप्रदायिक दंगे में 40 से अधिक लोग मारे गए और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.
चयन कुंडू