प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर और ड्रग तस्कर इकबाल मिर्ची और उसके रिश्तेदारों की विदेश में 20 संपत्तियों को जब्त करने के लिए संबंधित देशों की अदालतों को लेटर ऑफ रोगेटरी (साक्ष्य के लिए प्रार्थनापत्र) भेजे हैं. ये लेटर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ब्रिटेन की अदालतों को भेजे गए हैं.
बीते सोमवार को ED ने मिर्ची से जुड़े केस में चार्जशीट दाखिल की. चार्जशीट में मिर्ची, उसके घरवालों, सहयोगियों समेत 16 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की. इनमें DHFL के पूर्व प्रमोटर धीरज वधावन का भी नाम है. वधावन ने सनब्लिंक रीयल एस्टेट और RKW रियलिटी जैसी फ्रंट कंपनियों का इस्तेमाल मिर्ची की संपत्तियों को खरीदने के लिए किया गया. बता दें कि मिर्ची की छह साल पहले लंदन में मौत हुई थी.
एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक वधावन की मिर्ची के साथ कई दौर की बैठकों के बाद वर्ली में 225 करोड़ रुपए की तीन संपत्तियों की डील को अंजाम दिया गया. इस रकम से मिर्ची ने यूएई में मिडवेस्ट के नाम से फाइव स्टार होटल खोला. ब्रिटेन में मिर्ची और उसके परिवार ने 16 संपत्तियां खरीदीं. संभवत: ये संपत्तियां अपराध के पैसे से खरीदी गईं.
सूत्रों के मुताबिक ED ने यूएई और ब्रिटेन में सबंधित अदालतों को मिर्ची और उसके रिश्तेदारों की संपत्तियों को जब्त करने के लिए पीएमएलए की धारा 3 और 5 के तहत लेटर ऑफ रोगेटरी (LR) भेजे हैं. यूएई में मिडवेस्ट होटल के अलावा ED ने तीन या चार और संपत्तियों की भी पहचान की है जिन पर ज़ब्ती की कार्रवाई की जा सकती है.
मिर्ची की पत्नी हाजरा और दो बेटे- आसिफ और जुनेद ED की ओर से दो बार समन किए जाने के बाद भी जांच के लिए पेश नहीं हुए. एजेंसी की ओर से एक या दो महीने में पूरक चार्जशीट दाखिल की जा सकती है. इसमें कुछ और आरोपियों के नाम जोड़े जा सकते हैं.
अभी तक एजेंसी ने अस्थाई तौर पर मिर्ची और उसके परिवार वालों की 600 करोड़ रुपए की संपत्तियों को ज़ब्त किया है. ये संपत्तियां वर्ली, क्राफर्ड मार्केट और लोनावाला में स्थित हैं. ज़ब्त की गई संपत्तियों में वर्ली में लग्जरी कॉमर्शियल और रेज़ीडेंशियल बिल्डिंग सीजे हाउस के दो फ्लोर शामिल हैं. ये दोनों फ्लोर हाजरा, जुनेद और आसिफ मेमन के नाम हैं.
दिव्येश सिंह