रविवार शाम उत्तर भारत में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई हिस्से तेज झटके में हिल गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.8 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान सीमा के पास हिंदुकुश पर्वतमाला में था. पाकिस्तान में भूकंप के वजह से काराकोरम पर्वतीय इलाके में भूस्खलन से एक सहित कुल 6 लोगों की मौत की खबर है.
जमीन से काफी अंदर था भूकंप का केंद्र
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक भूकंप जमीन से 210 किमी अंदर आया था. बीते साल भी इसी गहराई से भूकंप आया था. भूकंप के झटके एनसीआर के अलावा श्रीनगर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, कश्मीर और उत्तर भारत के कई दूसरे शहरों में भी महसूस किए गए. थोड़ी देर तक लगे झटकों से लोग सहमकर अपने घरों से बाहर निकल आए. भूकंप से अभी तक किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है.
रोकी गई दिल्ली मेट्रो
दिल्ली और एनसीआर में कुछ सेकेंड्स के अंतराल पर रुक-रुककर भूकंप के झटके आए. इसके बाद दिल्ली मेट्रो का परिचालन अस्थाई तौर पर रोक दिया गया था. थोड़ी देर के बाद इसे सामान्य कर दिया गया.
इसी महीने आया भूंकप का तीसरा झटका
इसी महीने आठ अप्रैल की शाम अफगानिस्तान में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. हिंदुकुश क्षेत्र में आए इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.0 थी. उसका केंद्र धरती की सतह से 78 किलोमीटर गहरा था. भूकंप से पश्चिमोत्तर पाकिस्तान भी हिल गया था. इससे पहले भारत में इसी महीने 5 अप्रैल को देश के पूर्वी राज्यों के कुछ हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
पढ़ेंः भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है हिमालय का क्षेत्र
पड़ोसी मुल्कों में भी दिखा बड़ा असर
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने बताया कि भूकंप का पहला झटका अफगानिस्तान में ताजिकिस्तान बॉर्डर पर भारतीय समयानुसार शाम चार बजे महसूस किया गया. पड़ोसी मुल्कों के शहर काबुल और लाहौर में वहीं भारत के कश्मीर में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. बीते साल अक्तूबर महीने में आए रिक्टर स्केल पर 7.5 तीव्रता वाले भूकंप से इसी सीमावर्ती क्षेत्रों में लगभग 300 लोगों की मौत हो गई थी. पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने पीएम मोदी को केरल के मंदिर में लगी आग पर
संवेदना जताने के लिए फोन किया. पीएम मोदी ने वहां भूकंप की वजह से हुई
मुश्किल पर संवेदना जताई.
जानें, महज कुछ सेकेंड में हिमालय से दिल्ली तक आ सकती है तबाही!
केशव कुमार