कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का ऐलान किया है. इसपर चर्चा के लिए केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने e-एजेंडा में हिस्सा लिया. जावड़ेकर ने कहा कि श्रमिकों के लिए राहुल गांधी ने जो मांगा, उससे ज्यादा दिया.
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से देश की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया था.
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उन्होंने कहा कि दो महीने से सारे प्रवासी श्रमिकों को 10 किलो गेहूं या चावल और साथ में 1 किलो दाल फ्री मिल रही है. वन नेशन-वन राशन कार्ड योजना के तहत सबको फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि जो राहुल गांधी गरीबों के लिए मांग कर रहे हैं सरकार ने उससे ज्यादा ही दिया है.
प्रवासी श्रमिकों का मुद्दा इस समय देश में चर्चा है. लाखों श्रमिक अपने गृह राज्यों की ओर पैदल ही लौट रहे हैं जिनकी मार्मिक तस्वीरें लगातार सामने आ रही हैं. ऐसा क्यों हो रहा है? इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री बोले, "केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को 11 हजार करोड़ रुपये दिए हैं. रुपये देते हुए हमने कहा था कि आपके यहां जो भी मजदूर हैं, उन्हें रोकिए, उन्हें शेल्टर दीजिए, उनको खाना तीन बार दीजिए, उनकी सब कुछ व्यवस्था कीजिए, इसके लिए उन्हें पैसे दिए हैं. लेकिन अगर वहां कहीं नहीं हो रहा तो एक मुद्दा है."
उन्होंने आगे कहा, "इसका एक दूसरा पहलू भी है कि ऐसे संकट के समय लोगों को घर जाने का दिल कर रहा है. 10 लाख मजदूर रेलवे से अपने ठिकानों पर गए हैं तो रोड से जाने का अब कोई मतलब नहीं है. देखने में आ रहा है कई राज्यों में जो लोग सड़क पर चल रहे हैं, उनको भी बसों में बैठा दिया, और बसों से दूसरे राज्यों की सीमा तक पहुंचा दिया. मजदूरों को भी यह समझना चाहिए कि वह जान जोखिम में न डाले और सरकार का साथ दे."
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बता दें कि कोरोना वायरस की महामारी को रोकने के लिए सरकार ने देश में लॉकडाउन लागू किया है. इस दौरान उद्योग-व्यापार, सब पूरी तरह ठप रहे. अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान करते हुए 'आत्मनिर्भर भारत योजना' लॉन्च की. आत्मनिर्भर भारत का निर्माण कैसे होगा और इसके सामने क्या चुनौतियां हैं, इसी विषय को लेकर आयोजित ई-एजेंडा आजतक के मंच पर मोदी सरकार के मंत्री और दो राज्यों के मुख्यमंत्री अपनी बात रख रहे हैं.
श्याम सुंदर गोयल