ई साहित्य आजतक के मंच पर जब लोक गायिका मालिनी अवस्थी ने दस्तक दी तो पूरा माहौल सुरीला हो गया, चारों ओर सिर्फ उनकी बुलंद आवाज का दबदबा दिखा. जिस मालिनी अवस्थी को लोग आज इतना सफल देखते हैं, इतना पॉपुलर देखते हैं, एक जमाने में उन्होंने काफी संघर्ष किया था. ऐसा संघर्ष जिसके चलते उन्हें कई बार परिवार से ज्यादा अपने काम को तरजीह देनी पड़ी.
मालिनी अवस्थी का भावुक कर देने वाला किस्सा
अब ऐसा ही एक किस्सा मालिनी अवस्थी ने ई साहित्य आजतक के मंच पर साझा किया. उन्होंने कहा- एक वक्त ऐसा भी था जब मेरी मां को कैंसर था. उनकी स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं थी. लेकिन उसी दिन मेरा आकाशवाणी के साथ एक कार्यक्रम था. अब मेरी वहां जाने की इच्छा नहीं थी, लेकिन मेरे पिता ने मुझे मेरा कर्म याद दिलाया और उस इवेंट में हिस्सा लेने के लिए कहा.
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