e-एजेंडा: बचेंगे नहीं दिल्ली दंगों के दबंग, साजिशी सिंडिकेट- मुख्तार अब्बास नकवी

e-Agenda: मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि तर्कों की कंगाली लोगों को कुतर्कों का मवाली बना चुकी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली दंगों के दबंग नहीं बचेंगे.

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e-Agenda AajTak: मुख्तार अब्बास नकवी (फाइल फोटो) e-Agenda AajTak: मुख्तार अब्बास नकवी (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 मई 2020,
  • अपडेटेड 2:56 PM IST

  • e-एजेंडा के मंच से नकवी ने विपक्ष पर साधा निशाना
  • कहा- कुतर्कों का मवाली बना चुकी है तर्कों की कंगाली

मोदी सरकार 2.0 का एक साल पूरा होने पर आयोजित e-एजेंडा आजतक के मंच पर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी. नकवी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा, तो वहीं दिल्ली के दंगों की जांच को लेकर सवालों के जवाब भी दिए.

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दिल्ली दंगों की जांच एकतरफा हो रही है, इस सवाल पर नकवी ने कहा कि दिल्ली के दंगों के जो दबंग हैं, कानून का हाथ उन तक जरूर पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि इस तरह के वीडियो चले कि मोदी को बड़ा गुरूर है कि पीएम बनने के बाद देश में दंगे नहीं हुए. अमन-चैन है. इस गुरूर को तोड़ना है. नकवी ने कहा कि दिल्ली के दंगों के जो दबंग हैं, जो साजिशी सिंडिकेट है वह बचेगा नहीं.

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साजिश में कौन था, इस सवाल को टालते हुए नकवी ने कहा कि जांच पूरी होने दीजिए. जो भी दोषी होंगे, वे बचेंगे नहीं. भाजपा के लोगों को बचाने के आरोपों पर नकवी ने कहा कि किसी को भी लाश पर जश्न मनाने की अनुमति नहीं दी जा सकती. जब दंगे होते हैं, तब इंसान ही नहीं, इंसानियत भी मरती है. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.

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मोदी सरकार के हर कदम पर हिंदू-मुसलमान हो जाने के सवाल का जवाब देते हुए नकवी ने कहा कि तर्कों की कंगाली लोगों को कुतर्कों का मवाली बना चुकी है. नाम लिए बगैर विपक्ष पर निशाना साधते हुए नकवी ने कहा कि संसद में भी बहस के दौरान कभी भी इन्होंने उसकी मुखालफत नहीं की. इन्होंने अमेंडमेंट की बात की. नागरिकता कानून भी ज्वाइंट सेलेक्ट कमेटी को गया. वहां सारी पार्टियों ने सुझाव दिए और उसके आधार पर यह पास हो गया.

नकवी ने कहा कि अब भय का माहौल बनाने के लिए सीमित लोगों ने मन बनाकर रखा था, वही किया. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि ये वो लोग हैं, जिन्होंने 2014 में अवॉर्ड वापस किए कि असहिष्णुता आ गई है. फिर जुलूस और धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिए. शाहीन बाग तक पहुंच गए, फिर दंगे करा दिए. उन्होंने कहा कि ये लोग देश की छवि खराब करने की कोशिश में हैं. इस देश की संस्कृति सहिष्णुता की है.

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