कोरोना वायरस: वैक्सीन अभी कितनी दूर? इन 3 सावधानियों से हारेगा Covid-19

कोरोना वायरस की वैक्सीन बनने में अभी कितना वक्त बाकी? वैक्सीन बनने के बाद सभी देशों के सामने कौन सी चुनौतियां होंगी? और वैक्सीन न बनने तक कोरोना को कैसे हराना है?

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वैक्सीन पर एक्सपर्ट ने रखी राय वैक्सीन पर एक्सपर्ट ने रखी राय

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 8:24 AM IST

कोरोना वायरस के बाद देशभर में हुए लॉकडाउन को आज एक महीना पूरा हो चुका है. कोरोना वायरस की वैक्सीन बनने में अभी कितना वक्त बाकी? वैक्सीन बनने के बाद सभी देशों के सामने कौन सी चुनौतियां होंगी? और वैक्सीन न बनने तक कोरोना को कैसे हराना है? इन सभी सवालों के जवाब आज तक के ई-एजेंडा पर दिल्ली स्थित गंगा राम अस्पताल के डॉक्टर अरविंद कुमार और जसलोक अस्पताल के डॉक्टर राजेश पारिख ने दिए.

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डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि दुनियाभर में वैक्सीन के कई ट्रायल चल रहे हैं, लेकिन वैक्सीन के लिए दो बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. पहला, वैक्सीन सुरक्षित हो और दूसरा, वो 95-99 फीसदी प्रभावशाली होना चाहिए.

किसी भी वैक्सीन को बनाने के लिए उसकी तीन चरणों में टेस्टिंग की जाती है. इसका पहला ट्रायल जानवरों पर किया जाता है. दूसरे टेस्टिंग में कम लोगों पर ट्रायल होता है और तीसरे चरण में इंसानों की बड़ी संख्या पर इसका ट्रायल किया जाता है.

कब तक बन सकती है?

डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि अब तक उन्होंने जितने भी रिसर्च पढ़े हैं उन्हें देखने के बाद ऐसा नहीं लगता कि कोविड-19 का वैक्सीन छह महीने से पहले बन जाएगा. उन्हें लगता है कि इस साल के अंत से लेकर अगले साल की शुरुआत में वैक्सीन डेवलप की जा सकती है.

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डॉ. अरविंद कुमार का कहना है कि अगर वैक्सीन तैयार होने से पहले लॉकडाउन खोला भी जाता है तो लोगों को बाहर निकलते वक्त सोशल डिस्टेंसिंग, नियमित रूप से हाथ धोना और मास्क पहनने जैसी बातों का खास ख्याल रखना होगा, तभी आप कोरोना से जीत सकते हैं.

वहीं, जसलोक अस्पताल के डॉक्टर राजेश पारिख ने बताया कि वैक्सीन बनने के बाद भी कई तरह की चुनौतियां हमारे सामने होंगी. वैक्सीन का प्रोडक्शन कितनी तेजी से हो रहा है और क्या वो गरीब लोगों तक पहुंच पा रहा है. इसका भी ध्यान रखना होगा. अगर एक व्यक्ति भी संक्रमित रह जाता है तो वायरस के फैलने का खतरा फिर मंडराने लगेगा.

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