e-Agenda: लॉकडाउन में लोगों को जागरुक करने के लिए मिमी चक्रवर्ती ने क्या किया?

मिमी ने कहा- लॉकडाउन के इन 30 दिनों में जैसे बाकी लोग समय बिता रहे हैं वैसे ही मेरा भी समय बीता. घरवालों के साथ बीता. ऑफिस के काम करती रही फोन से. फोन जिदगी का जरूरी हिस्सा बन गया. लाइफ की जो चीजें हम अनदेखी करते थे उनकी जरूरत समझ में आई.

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मिमी चक्रवर्ती मिमी चक्रवर्ती

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 6:07 PM IST

टीएमसी सांसद और एक्ट्रेस मिमी चक्रवर्ती ई-एजेंडा आजतक में शामिल हुईं. यहां मिमी ने तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी. साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे वो लॉकडाउन में जागरूकता फैलाने का काम कर रही हैं.

कैसे बीते मिमी के लॉकडाउन के 30 दिन?

मिमी ने कहा- लॉकडाउन के इन 30 दिनों में जैसे बाकी लोग समय बिता रहे हैं वैसे ही मेरा भी समय बीता. घरवालों के साथ बीता. ऑफिस के काम करती रही फोन से. फोन जरूरी हिस्सा बन गया जिदगी. लाइफ की जो चीजें हम अनदेखी करते थे उनकी जरूरत समझ में आई जैसे फैमिली बोलिए, घर के काम बोलिए, या फिर बुक्स पढ़ना. इस लॉकडाउन में वो सब करना हुआ जो हम कर नहीं पा रहे थे.

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बता दें कि मिमी लंदन से शूटिंग करके लौटी थीं, तो उन्होंने खुद को 14 दिन होम क्वारंटीन रखा था.

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लोगों को जागरुक करने के लिए मिमी ने क्या किया?

आगे मिमी ने कहा- मेरे ऑफिस से जो भी मदद है वो 25 मार्च से शरू हो गई और अभी भी चल रही है. मेरा ऑफिस 24 घंटों के लिए खुला हुआ है. कभी भी किसी को भी कोई दिक्कत होतो कॉल कर सकते हैं. या सीधे मेरे ऑफिस आ सकते हैं. मेरे ऑफिस का पूरा स्टाफ वहीं पर है. रोज हम जरूरत का सामान पहुंचा रहे थे.

मिमी ने कहा- मैंने और मेरे ऑफिस ने एक एंबुलेंस की हेल्पलाइन भी शुरू की है. जो प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए है. ताकि प्रेग्नेंट महिलाओं को घर से हॉस्पिटल ले जाया जाए और फिर जब वो अपने बच्चे को जन्म दे दे तो उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाया जाए.

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