नाटक देखना पसंद है तो आगामी रविवार को दिल्ली मंडी हाउस के श्रीराम सेंटर पहुंचें. यहां थिएटर डायरेक्टर अतुल सत्य कौशिक का नाटक 'द्रौपदी' पेश किया जाएगा.
औरत को इंसाफ दिलाने की थीम पर आधारित इस नाटक का दो साल में 40 से ज्यादा बार मंचन हो चुका है. यह नाटक द्रौपदी की जिंदगी को मौजूदा हालात में महिलाओं की स्थिति से जोड़ता हुआ एक संगीतमय प्रयोग है.
इस नाटक की सभी पात्र महिलाएं हैं. नाटक कहानी है हरियाणा के एक बड़े परिवार की जिसके सभी पुरुष एक बारात के साथ रात भर के लिए बाहर गए हैं और घर की महिलाएं उनकी नामौजूदगी में द्रौपदी के जीवन पर आधारित नाटक करने का फैसला करती हैं. नाचते-गाते हुए वे द्रौपदी के जीवन के अलग अलग अध्यायों का मंचन करती है और पाती हैं कि उनका जीवन भी द्रौपदी के जीवन का ही प्रतिबिम्ब है.
संस्था की जनरल मैनेजर और एक्टर शक्ति सिंह कहती है, 'सिर्फ रेप होना ही औरत के लिए जुर्म नहीं है. ऑफिस से घर जाते हुए जो आंखें हमें घूरती है वो भी औरत को समाज में उठने से रोकती है. हमारा यह प्रयास है औरत की अन्दर की शक्ति को जगाने का. इसलिए इस नाटक में पुरुषों के किरदार भी औरते ही निभाती हैं. मैं खुद दुशासन का चीर हरण करती हूं.'
संगीत इस नाटक का सबसे सशक्त पहलू है जिसे संजोया है रवि राव, लतिका जैन, रविन्द्र राजपूत और गुरभेज सिंह ने. नाटक के मुख्य कलाकार हैं सोनम कनोतरा, शिल्पी स्वामी, शक्ति सिंह, लतिका जैन, अंकिता जुनेजा और बरखा सेठी. नाटक की टिकट के लिए ‘बुक माय शो’ पर लॉग इन करें या 9873579796 पर कॉल करें.
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