रेप केस में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 साल की सजा काट रहे राम रहीम के सिरसा डेरे में सोमवार को डीसीपी के साथ एसआईटी पहुंची. यहां डेरे की चेयरपर्सन विपश्यना इंसान सहित कई बड़े पदाधिकारी नहीं मिले. पुलिस ने विपश्यना के खिलाफ कई पुख्ता सबूत जुटाए हैं. इसलिए उसकी कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है.
दैनिक भास्कर के मुताबिक, विपश्यना इंसान को पुलिस के आने की सूचना मिल गई होगी. इसलिए उनके आने से पहले ही वह वहां से चली गई. एसआईटी ने उस कमरे का भी निरीक्षण किया, जहां बाबा को भगाने और पंचकूला समेत प्रदेश में हुई हिंसा के लिए मीटिंग की गई थी. राम रहीम की गुफा का सर्वे भी किया गया.
इस दौरान पंचकूला के डीसीपी मनबीर सिंह, एसआईटी इंचार्ज मुकेश मल्होत्रा समेत एसआईटी टीम के सदस्य मौजूद रहे. डेरा सच्चा सौदा प्रकरण मामले में सोमवार को पंचकूला एसआईटी इंचार्ज डीसीपी मनबीर सिंह सिरसा पहुंचे. डीसीपी ने सिरसा एसआईटी के सदस्यों के साथ मीटिंग की और डेरे से जुड़े मामलों की समीक्षा की है.
सूत्रों के मुताबिक, एसआईटी और डीसीपी सिरसा डेरे में सबसे पहले उस जगह पर पंहुचे, जहां पर पंचकूला समेत प्रदेश में हिंसा फैलाने, लोगों को जमा करने और राम रहीम को कोर्ट से भगाने की प्लानिंग की गई थी. इस जगह के बारे में पहले ही गवाहों से पूरी जानकारी ली गई थी. वहीं सिरसा पुलिस से भी बातचीत की गई थी.
हनीप्रीत समेत कई आरोपियों से भी इस बारे में जानकारी मिल चुकी है. यहां तय किया गया कि क्या वाकई यहां मीटिंग के लिए इतने लोग बैठ सकते हैं. टीम यहां कोर्ट में पेश किए गए चालान को पुख्ता करने पहुंची थी, ताकि कोर्ट में उसे किसी तरह की दिक्कत न हो. इसके बाद एसआईटी राम रहीम की गुफा में पहुंची.
डेरा की चेयरपर्सन विपश्यना के खिलाफ पंचकूला पुलिस ने सबूत जुटाए हैं. इसलिए पंचकूला पुलिस उसे कभी भी गिरफ्तार कर सकती है. सोमवार को जब टीम यहां सिरसा डेरे में पहुंची, तो यहां सन्नाटा था. यहां वाइस चेयरपर्सन पुलिस की टीम को मिली. एसआईटी ने उससे विपश्यना इंसान समेत कई अहम मुद्दों पर बात की है.
मुकेश कुमार