दिल्ली की सरकारी स्कूलों में अब पैरेंट्स की भी होगी 'पढ़ाई'

अभी, इसे 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के पैरेंट्स के लिए ही चलाया जाएगा. जनवरी, 2018 से इसमें सभी क्लासेस में पढ़ने वाले बच्चों के पैरेंट्स को शामिल किया जाएगा.

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मनीष सिसोदिया मनीष सिसोदिया

मणिदीप शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 18 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 11:33 AM IST

राजधानी दिल्ली के 10 सरकारी स्कूलों में शनिवार को पैरेंट्स वर्कशॉप्स का आयोजन हो रहा है. इसका उद्घाटन दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गवर्नमेंट सर्वोदय को-एड विद्यालय, सेक्टर-6, रोहिणी में करेंगे. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पैरेंट्स को जागरुक करने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से ये पहल की जा रही है.

इससे पैरेंट्स अपने बच्चों की पढ़ाई में ज्यादा भागीदारी निभा सकेंगे. अभी ये वर्कशॉप्स 10 स्कूलों में पायलट तौर पर शुरू हो रहा है. इसके बाद पूरी दिल्ली के 50 स्कूलों में इसे शुरू किया जाएगा.

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अभी, इसे 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के पैरेंट्स के लिए ही चलाया जाएगा. जनवरी, 2018 से इसमें सभी क्लासेस में पढ़ने वाले बच्चों के पैरेंट्स को शामिल किया जाएगा. इस पहल के बारे में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया कहते हैं कि बच्चों की पढ़ाई में पैरेंट्स की भागीदारी बढ़ने से उनकी परफॉर्मेंस में काफी सुधार होगा.

हमारी सरकार ने स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार से लेकर पढ़ाई की गुणवत्ता इत्यादि के लिए अनेक काम किये हैं. पैरेंट्स वर्कशॉप्स का उद्देश्य ये है कि बच्चों के घर में भी पढ़ाई लायक बेहतर माहौल बनाया जा सके.

सिसोदिया ने पैरेंट्स वर्कशॉप्स के विषय में बताया कि हमने स्कूल मैनेजमेंट कमेटीज के जरिये पैरेंट्स को काफी सक्रिय किया है जिससे वे स्कूलों के बेहतर संचालन और अनेक गतिविधियों में बहुत अच्छी भूमिका निभा रहे हैं. शिक्षा मंत्री ये भी कहते हैं कि जुलाई 2016 में पैरेंट्स-टीचर मीटिंग शुरू होने के बाद से पैरेंट्स-टीचर की सहभागिता काफी बढ़ी है. पिछले दो साल से बच्चों के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है जिनमें इन गतिविधियों की अहम भूमिका है.

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