देश 67वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. राजपथ पर पहली बार कोई विदेशी सेना हमारी सेना के साथ परेड करने वाली है. आतंकी अलर्ट के बीच दिल्ली जमीन से आसमान तक कवच में तब्दील हो चुकी है. राजधानी में सवा लाख से ज्यादा जवान तैनात हैं. ताकि गणतंत्र की आन-बान-शान पर कोई नजर भी टेढ़ी न कर सके.
सात लेयर की है सुरक्षा
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद इस गणतंत्र के खास मेहमान हैं. उनकी सुरक्षा के लिए पिछली बार से भी ज्यादा कड़े इंतजाम किए गए हैं. उन्हें दिल्ली पुलिस, एनएसजी कमांडो, सुरक्षा एजेंसियां, एयरफोर्स, पैरामिलिट्री फोर्स सहित सात लेयर की सुरक्षा दी गई है.
परेड सुबह 10 बजे से
राजपथ पर समारोह के दौरान आसमान की पहरेदारी में सेना के चार हेलिकॉप्टर उड़ान भरते रहेंगे. परेड सुबह 10 बजे से शुरू होगी. राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के बाहर बीएसएफ की 7 टुकड़ियां तैनात की गई हैं. दिल्ली से सटे बॉर्डर के इलाकों में रातभर तगड़ी चेकिंग चलती रही.
प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री ने दिया यह संदेश
और सुरक्षा ऐसी...
100 मिनट तक कोई लैंडिंग या टेक ऑफ नहीं
सुबह 10 बजकर 35 मिनट से दोपहर 12 बजकर 15 मिनट तक दिल्ली एयरपोर्ट से न तो कोई फ्लाइट टेक ऑफ करेगी और न ही कोई फ्लाइट लैंड करेगी. गणतंत्र दिवस पर इस बार दिल्ली में है अभूतपूर्व सुरक्षा है. क्योंकि इस बार दिल्ली में आतंकवाद के खिलाफ दो बड़ी ताकतें एकसाथ मौजूद रहने वाली हैं.
विकास वशिष्ठ