दिल्ली सरकार ने स्कूलों को लेकर किए ये बड़े फैसले

सरकारी या गैर सरकारी सभी स्कूलों को अपने स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना होगा. इसके लिए स्कूलों को 3 हफ्ते का समय दिया जाएगा. इस अवधि में जो स्कूल अपने स्टॉफ का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवा पाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.

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मनीष सिसोदिया मनीष सिसोदिया

मणिदीप शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 12 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 12:40 PM IST

रेयान इंटरनेशनल स्कूल में प्रद्युम्न की मौत और राजधानी दिल्ली के गांधीनगर इलाके के एक प्राइवेट स्कूल में पांच वर्ष की बच्ची से रेप और स्कूलों में बच्चों को प्रताड़ित करने के कई मामले सामने आने के बाद दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने मंगलवार को बैठक कर कई अहम फैसले लिए हैं.

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि एनसीआर में जो घटनाएं सामने आयी हैं, उनके मद्देनजर लोग अपने बच्चों के स्कूल को लेकर चिंतित हैं. सिसोदिया ने प्राइवेट स्कूल के मालिकों के राजनीतिक संपर्क की बात भी कही.

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सरकारी और गैर सरकारी पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद सिसोदिया ने कहा, "रेयान में पहले जो घटना हुई थी, तभी मैंने सीबीआई जांच की बात कही थी, लेकिन कुछ हुआ नहीं.. क्योंकि इन स्कूलों का पॉलिटिकल लिंक है. इसी वजह से ये स्कूल इस तरह से काम कर रहे हैं. रेयान स्कूल में सीसीटीवी खराब थे, क्या यह बड़ी खामी नही है?

सिसोदिया ने बताया कि बैठक में दिल्ली सरकार ने स्कूलों को लेकर कुछ ये फैसले लिए -:

- सरकारी या गैर सरकारी सभी स्कूलों को अपने स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन करवाना होगा. इसके लिए स्कूलों को 3 हफ्ते का समय दिया जाएगा. इस अवधि में जो स्कूल अपने स्टॉफ का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं करवा पाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.

- सभी स्कूलों को हफ्ते भर के अंदर अपने पूरे स्टाफ की सारी जानकारी नजदीकी पुलिस थाने को देनी होगी.

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- डायरेक्टरेट के पोर्टल पर स्टाफ को लेकर सारी जानकारी डालनी होगी, ताकि हमें पता चल सके कि कौन-कौन स्टाफ काम कर रहा है और उसकी पुलिस वेरिफिकेशन की गई है कि नहीं.

- सरकारी और गैर सरकारी सभी स्कूलों के हर क्लासरूम में सीसीटीवी लगेगा. स्कूल परिसर में भी करीब-करीब हर जगह सीसीटीवी लगाना होगा. सीसीटीवी सही से काम कर रहे हैं या नहीं इसकी जानकारी हर महीने प्रिंसिपल को देनी होगी.

दिल्ली के एक स्कूल में 5 साल की बच्ची के साथ रेप मामले पर सिसोदिया ने कहा, "टैगोर स्कूल को लेकर जो जानकारी मिली है, उसमें पता चला है कि आरोपी रिक्शा चलाता था और खाना भी सप्लाई करता था साथ ही गार्ड का भी काम करता था. शुरुआती जानकारी के मुताबिक बच्ची को उस दिन ट्यूशन पढ़ाने के लिए रोका गया था, जबकि शनिवार को सभी स्कूल बंद होते हैं. हम पता करने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर क्यों शनिवार को स्कूल खोला गया और पहली क्लास की बच्ची को किस तरह के ट्यूशन के लिए रोका गया. अभी पूरी रिपोर्ट नहीं आई है. मुझे लगता है कि इस स्कूल में कुछ बड़ी गड़बड़ी है, जिसकी जांच चल रही है. जांच रिपोर्ट में चीजें साफ होने के बाद हम इस स्कूल को छोड़ेंगे नही."

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