अब निजी अस्पतालों में बैठेंगे दिल्ली सरकार के प्रोफेशनल, मनमानी पर रखेंगे नजर

दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त प्रोफेशनल्स वहां आने वाले मरीजों की दाखिला प्रक्रिया की भी निगरानी करेंगे. वो देखेंगे कि निजी अस्पताल की तरफ से लोगों को भर्ती करने में कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है.

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निजी अस्पतालों पर नजर रखेगी दिल्ली सरकार (फाइल फोटो) निजी अस्पतालों पर नजर रखेगी दिल्ली सरकार (फाइल फोटो)

अंकित त्‍यागी

  • नई दिल्ली,
  • 06 जून 2020,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST

  • अस्पताल में बेड मौजूद हैं कि नहीं, प्रोफेशनल्स देंगे जानकारी
  • लोगों को भर्ती करने में होने वाली दिक्कत का रखेंगे ख्याल

पिछले कुछ दिनों में कई मरीजों ने अस्पताल प्रशासन द्वारा इलाज नहीं करने की बात कही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी अस्पतालों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर कोई भी शख्स इलाज के लिए आता है तो उसका इलाज करना होगा.

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किसी व्यक्ति को अस्पताल में इलाज करवाने में दिक्कत ना हो यह सुनिश्चित करवाने के लिए अब से सभी कोविड अस्पतालों में दिल्ली सरकार एक प्रोफेशनल नियुक्त करेगी. अस्पताल के अंदर मौजूद प्रोफेशनल जानकारी देगा कि अस्पताल में बेड मौजूद है या नहीं. जो बाद में ऐप पर भी डाला जाएगा. जिससे लोगों तक अस्पताल के अंदर बेड की सही जानकारी पहुंच सके.

दिल्ली सरकार द्वारा नियुक्त प्रोफेशनल वहां आने वाले मरीजों की दाखिला प्रक्रिया की भी निगरानी करेंगे. वो देखेंगे कि निजी अस्पताल की तरफ से लोगों को भर्ती करने में कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना बेड की ब्लैक मार्केटिंग करने वाले सभी अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि एक शख्स को प्राइवेट अस्पताल ने बेड देने से मना कर दिया. जब एक टीवी प्रोग्राम में एंकर ने लाइव कॉल किया तो पहले तो अस्पताल ने मना किया, लेकिन बहुत गिड़गिड़ाने पर अस्पताल ने आठ लाख रुपए मांगे. दिल्ली में कुछ निजी अस्पताल महामारी में गलत हरकत कर रहे हैं, इसे बेड की ब्लैक मार्केटिंग कहेंगे.

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सीएम ने कहा, ब्लैक मार्केटिंग इसलिए होती है क्योंकि अस्पताल में कितने बेड हैं इसकी जानकारी लोगों को नहीं मिल पा रही थी, इसलिए कोरोना ऐप लॉन्च किया गया था. इसके बाद से बवाल मच गया है, अब अस्पताल ही बेड की जानकारी अपडेट कर रहे हैं. चंद लोगों ने माफिया बनाया हुआ था इसे तोड़ने में समय लग रहा है.

कुछ अस्पताल पावरफुल हैं, जिनकी राजनीतिक दलों में पहचान है, अस्पताल वाले अब धमकी दे रहे हैं लेकिन इलाज तो करना ही पड़ेगा. वो पार्टी के आकाओं से कुछ नहीं करवा सकते, किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. सभी प्राइवेट अस्पतालों के मालिकों को शुक्रवार से बुलाया जा रहा है, साफ निर्देश है कि कोरोना मरीजों का इलाज करना पड़ेगा.

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अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि शुक्रवार को 33 अस्पतालों के साथ बैठक हुई थी. आज (शनिवार) सभी अस्पतालों के साथ बैठक हो जाएगी. हमारी सरकार सभी अस्पतालों की समस्या का समाधान भी ढूंढ रही है. कुछ दिन का समय दीजिए मुझे. दुनिया में पहली बार ऐसा ऐप बना है जो अस्पतालों में बेड का डेटा जनता के लिए पारदर्शी कर रहा है. दिल्ली में कोरोना ऐप लॉन्च होने के बाद से 1100 मरीज प्राइवेट अस्पतालों में मंगलवार से अबतक एडमिट हुए हैं.

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