इन दिनों दिल्ली सरकार के डॉक्टरों की रियाटरमेंट एज को लेकर असमंजस की हालत बनी हुई है. केंद्र सरकार ने डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र 60 साल से बढ़ाकर 65 साल तो कर दी, लेकिन दिल्ली सरकार अभी तक इस पर कोई भी फैसला नहीं ले पा रही है. इस बीच कुछ डॉक्टरों ने रिटायरमेंट की उम्र के कंफ्यूजन को लेकर अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है. रिटायरमेंट की उम्र पर पहुंचे डॉक्टरों को इस बात का इंतजार है कि दिल्ली सरकार कब डॉक्टरों की रिटायरमेंट एज को बढ़ाने का नोटिफिकेशन जारी करती है.
करीब 2 महीने बीत जाने के बावजूद दिल्ली सरकार ने अब तक डॉक्टरों की रिटायरमेंट एज को 65 साल करने के केंद्र सरकार के फैसले को दिल्ली में लागू नहीं किया है. रोहिणी के बाबा साहब अम्बेडकर अस्पताल में डरमोटॉलिजी विभाग के डॉक्टर एस बी श्रीवास्तव भी ऐसे ही डॉक्टरों में से एक हैं. 30 जून को डॉक्टर श्रीवास्तव रिटायर हो रहे थे लेकिन दिल्ली सरकार के डॉक्टरों के रिटायरमेंट एज पर केन्द्र का नोटिफिकेशन नहीं लागू करने पर डॉक्टर श्रीवास्तव को कोर्ट का रूख करना पड़ा.
दिल्ली में ऑटोमेटिक लागू होता है केंद्र का आदेश
डॉक्टर श्रीवास्तव के एडवोकेट अजेश लूथरा के मुताबिक दिल्ली हेल्थ सर्विस एलोपैथी के नियमों के मुताबिक केन्द्र सरकार का आदेश दिल्ली में ऑटोमेटिक लागू हो जाता है, लेकिन डॉ एसबी श्रीवास्तव को इसलिए कोर्ट जाना पड़ा क्योंकि दिल्ली सरकार रिटायरमेंट एज के नए आदेश को नोटिफाई नहीं कर रही है. फिलहाल डॉ श्रीवास्तव को स्टे मिल गया है. लेकिन ये फौरी राहत है. डॉ श्रीवास्तव की ही तरह जो डॉक्टर रिटायरमेंट एज के करीब पहुंच रहे हैं, उनकी चिंता बढ़ती जा रही है.
दिल्ली में 62 ही है डॉक्टरों की रिटायरमेंट एज
दरअसल दिल्ली में डॉक्टरों की रिटायरमेंट एज अभी तक 62 ही बनी हुई है जबकि दिल्ली हेल्थ सर्विस एलोपैथी के नियमों के मुताबिक केन्द्र सरकार के नियम दिल्ली में यथावत लागू होता है. यानी नियम तो लागू हो गया लेकिन जब तक दिल्ली सरकार इसे नोटिफाई नहीं करेगा तब तक कागजी कार्रवाई और वेतनमान को लेकर कंफ्यूजन का दौर बना रहेगा. अस्पतालों को अब तक दिल्ली सरकार का एज बढ़ाने का आदेश नहीं मिला, लिहाजा अब जो डॉक्टर रिटायरमेंट एज पर है उन्हें किसके नियम मानने होंगे, ये सवाल डॉक्टरों को दिन-रात परेशान कर रहा है.
अस्पतालों का HR भी है कन्फ्यूज
अस्पतालों का एचआर विभाग भी ये तय नहीं कर पा रहा कि डॉक्टरों के आगे के वेतन बनेंगे या नहीं. बीजेपी विधायक विजेन्द्र गुप्ता की मानें तो केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के लिए गंभीर नहीं है. इस मुद्दे पर आजतक ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन से भी बात की. स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक, 'केंद्र सरकार के जो लोग हमारे यहां काम कर रहे हैं उनकी रिटायरमेंट एज बढ़ गई है, बाकि का अभी देखते है.' स्वास्थ्य मंत्री का जबाव सरकार के ढुलमुल रवैये की ओर इशारा कर रहा है. बहरहाल, नोटिफिकेशन जारी नहीं करने के पीछे मंशा राजनीतिक है या कुछ और ये तो मंत्री साहब ही जाने, लेकिन सरकार के नोटिफिकेशन नहीं जारी करने से दिल्ली सरकार के ऐसे डॉक्टर जरुर परेशान है जो इस महीने रिटायर हो रहे हैं.
सबा नाज़ / रोशनी ठोकने