शिक्षकों ने काम बंद कर अपने-अपने स्कूल में भूख हड़ताल पर बैठने की बात कही है. शिक्षकों की मांग है कि उनकी कोरोना जांच फ्री कराई जाए, साथ ही बेहतर इलाज की सुविधा के साथ सैलरी दी जाए.
निगम शिक्षक नवीन सांगवान का कहना है कि प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना टेस्ट के लिए 4900 रुपये की मांग की जा रही है. जिसके पास सैलरी तक नहीं है 3 माह से, जरा सोचिए वह 4900 रुपये कहां से लाएगा. हमारी मांग है कि जो भी निगम शिक्षक, कर्मचारी फ्रंट लाइन में राशन खाना बांटने का काम कर रहा है उसे सुविधाएं मिलें.
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एमसीडी शिक्षिका विभा का कहना है कि 2 माह से अपनी व्यथा ट्विटर, ईमेल और प्रिंट मीडिया या न्यूज चैनल के माध्यम से पहुंचा रहे हैं. हमें 3 माह हो गए सैलरी नहीं मिल रही है. हम परेशान हैं. घर पर राशन नहीं है. देनदारियां बढ़ गई हैं. आने-जाने के लिए भी पैसे नही हैं.
शिक्षक न्याय मंच नगर निगम के अध्यक्ष कुलदीप सिंह खत्री ने कहा, 'कोरोना से फ्रंट लाइन पर लड़ते हुए करीब 60 से ज्यादा निगम शिक्षक ना केवल संक्रमित हो चुके हैं बल्कि 3 की मौत भी हो चुकी है.' हद यह है कि 8000 से ज्यादा शिक्षक बिना सैलरी के तीन महीने से अलग-अलग स्कूलों में राशन बांटने का काम कर रहे हैं.'
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दिल्ली में लगातार बढ़ रहे संक्रमण के केस
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. दिल्ली में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या 15,311 है. कोरोना से ठीक हो चुके मरीजों की संख्या 10,315 हो गई है. वहीं कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 708 लोग जान गंवा चुके हैं. दिल्ली में अब तक 26,334 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
राम किंकर सिंह