देशभर में लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हुआ. देश की राजधानी दिल्ली ने इस तीसरे चरण में बंदिशों में बिना किसी ढील के प्रवेश किया है. ऐसा इसलिए है क्योंकि दिल्ली के सारे 11 जिले रेड जोन में हैं.
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, 4 मई सुबह तक देश भर में 42,500 से अधिक Covid-19 केस रिपोर्ट हो चुके थे और 1,370 से ज्यादा मौत हो चुकी थीं. राजधानी दिल्ली में सोमवार दोपहर तक 4,500 से ज्यादा केस और 64 मौत रिपोर्ट हुई थीं.
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अगर पूर्ण (Absolute) आंकड़ों की बात की जाए तो दिल्ली में महाराष्ट्र (13,000) और गुजरात (5,400) के बाद सबसे ज्यादा केस हैं, लेकिन अगर केस प्रति 10 मिलियन आबादी की बात की जाए तो दिल्ली देश में सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है.
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इंडिया टुडे की डेटा इंटेलिजेंस यूनिट (DIU) ने पाया कि दिल्ली में औसतन हर 10 मिलियन आबादी में 1,155 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. इस पैमाने के हिसाब से दिल्ली सर्वाधिक प्रभावित राज्य है. दिल्ली के बाद इस पैमाने पर लद्दाख (1,155 केस) और महाराष्ट्र (597 केस) का नंबर आता है.
किसी राज्य में संक्रमण की तीव्रता जानने के लिए केस/10 मिलियन आबादी के आधार पर तुलना अधिक विश्वसनीय इंडेक्स है. DIU ने विश्लेषण के लिए UDAI के ‘2019 आधार डेटा’ को संज्ञान में लिया.
दिल्ली में 3 मई तक 4,000 से अधिक Covid-19 केस रिपोर्ट हुए. वहीं इस तारीख तक 1,256 लोग रिकवर हुए और 60 से अधिक मौतें दर्ज की गईं. इसके मायने हैं कि भारत में कुल केसों के 10 फीसदी और कुल मौतों की 5 फीसदी अकेले दिल्ली से ही रिपोर्ट हुईं. हालांकि दिल्ली में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से 2 प्रतिशत नीची है. भारत में मृत्यु दर का राष्ट्रीय औसत 3.25 प्रतिशत है.
देश भर में नई दिल्ली 1,458 केसों के साथ सर्वाधिक प्रभावित जिला है. नई दिल्ली के बाद सेंट्रल दिल्ली (512) और नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली (466) का नंबर आता है. यहां केसों की संख्या लगातार बढ़ रही है.
कोरोना से प्रभावित राज्य
हालांकि, नए केसों के 5-दिन के मूविंग औसत को देखा जाए तो दिल्ली में मध्य अप्रैल से गिरावट देखी जा रही है. 5 दिन के मूविंग औसत से केस के देर से रिपोर्ट होने या अचानक तेज बढ़ोतरी जैसी विसंगतियों से पार पाया जा सकता है. दिल्ली ने 30 मई तक 71,350 टेस्ट किए. ये भारत की कुल सेम्पल टेस्टिंग का करीब 7 प्रतिशत बैठता है.
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दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार लॉकडाउन की बंदिशों में ढील देने के लिए तैयार है. उसने केंद्र से पूरे के पूरे जिले की जगह सिर्फ संक्रमित क्षेत्रों को रेड जोन घोषित करने की मांग की है. गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक सोमवार से ग्रीन और ऑरेन्ज जोन्स/ जिलों में बंदिशों में कुछ छूट शुरू की गई हैं.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कुछ राहत उपायों का एलान किया लेकिन साथ ही साफ संकेत दिया कि राजधानी में लॉकडाउन अभी दो हफ्ते और जारी रहेगा. केजरीवाल ने कहा, "दिल्ली को फिर से खोलने का समय आ गया है. हमें कोरोनोवायरस के साथ रहने के लिए खुद को तैयार करना होगा. हमें इसकी आदत डालनी होगी,"
दीपू राय