दिल्ली में पूर्वांचली-सिख वोटर साधने के लिए अकाली-JDU पर बीजेपी की नजर

बीजेपी ने दिल्ली में 57 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, लेकिन बाकी बची 13 सीटों के लिए मंथन जारी है. दिल्ली में पूर्वांचली और सिख मतदाताओं को साधने के तहत बीजेपी जेडीयू और अकाली दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई है. इसी के चलते बीजेपी अकाली दल को चार सीट दे सकती है, जबकि जेडीयू को 2 सीट देगी.

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रोहित मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 20 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 3:56 PM IST

  • दिल्ली को फतह करने का बीजेपी का प्लान
  • बीजेपी का अकाली दल-जेडीयू से गठबंधन

दिल्ली विधानसभा चुनाव की सियासी जंग फतह करने के लिए बीजेपी हरसंभव कोशिश में जुटी है. बीजेपी ने दिल्ली में 57 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है, लेकिन बाकी बची 13 सीटों के लिए मंथन जारी है. दिल्ली में पूर्वांचली और सिख मतदाताओं को साधने के तहत बीजेपी जेडीयू और अकाली दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई है. बीजेपी ने दिल्ली में 2 सीट जनता दल यूनाइटेड और एक सीट एलजेपी को देगी. जेडीयू को बुराड़ी और संगम विहार एलजेपी को सीमापुरी देने का फैसला किया है.

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बीजेपी ने अकाली दल को दिल्ली में चार सीट देने को तैयार है. अकाली दल को कालकाजी, हरी नगर, राजौरी गार्डन और शाहदरा विधानसभा देनी चाहती है. लेकिन एक पेंच चुनाव चिन्ह को लेकर फंसा है. बीजेपी चारों सीटें कमल के निशान पर अकाली दल को लड़वाना चाहती है जबकि अकाली दल हरी नगर सीट से अपने उम्मीदवार के साथ अपने चुनाव चिन्ह तराजू पर चुनाव लड़ना चाहती है. इसी के चलते अभी तक इन सीटों पर कैंडिडेट घोषित नहीं किए गए हैं.

हालांकि शाहदरा और कालकाजी सीट हमेशा अकाली दल ने कमल चुनाव निशान पर लड़ी है. 2013 के चुनाव में अकाली दल के मनजिंदर सिंह सिरसा ने रजौरी गार्डन सीट से तराजू और हरिनगर से सुभाष आर्य भी तराजू निशान पर चुनाव लड़े थे. 2015 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अकाली दल को 3 सीट दिए थे, लेकिन तीनों पर कैंडिडेट ने कमल पर लड़े थे और हरिनगर से श्याम शर्मा ने अकाली के निशान तराजू से किस्मत आजमाया था. इसके बाद 2017 में राजौरी गार्डन सीट पर अकाली के नेता ने बीजेपी के निशान पर लड़कर विधायक बने थे.

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वहीं, इसी साल आखिर में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस देखते हुए बीजेपी अपने सहयोगी जेडीयू को भी साधकर रखना चाहती है. यही वजह है कि जेडीयू के बीजेपी दिल्ली में दो सीटें दी है. इसमें बुराड़ी और संगम विहार सीट शामिल हैं. बीजेपी के नेताओं का कहना है उम्मीदवार बीजेपी के होंगे जबकि निशान जेडीयू होगा. ऐसे में बीच का रास्ता निकाला गया है, जिसके तहत बुराड़ी सीट से शैलेंद्र कुमार जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. शैलेन्द्र दो दिन पहले ही नामांकन पत्र भी दाखिल कर चुके हैं.

वहीं, संगम विहार विधानसभा सीट से बीजेपी के पूर्व विधायक एससीएल गुप्ता जेडीयू कोटे से उम्मीदवार हो सकते हैं. गुप्ता संगम विहार से बीजेपी से जीतकर विधानसभा पहले पहुंच चुके हैं. इस तरह से बीजेपी नीतीश कुमार के जरिए दिल्ली में पूर्वांचली मतदाताओं को साधने की रणनीति बनाई है. पूर्वांचली प्रभावित सीटों पर नीतीश कुमार दिल्ली में जेडीयू उम्मीदवारों के साथ साथ बीजेपी उम्मीदवार के समर्थन में भी प्रचार कर सकते हैं.

इतना ही नहीं बीजेपी अरविंद केजरीवाल के साथ पानी के मुद्दे पर दो दो हाथ करने के लिए राम विलास पासवान की पार्टी एलजेपी को भी एक सीट दे सकती है. इस तरह बीजेपी दिल्ली से बिहार चुनाव के समीकरण को भी साधकर रखना चाहती है. हालांकि एलजेपी ने दिल्ली में कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है.

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