ACB में दो प्रमुखों के बीच बहसाबहसी

दिल्ली में एंटी करप्शन ब्यूरो प्रमुख ने सरकार को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि एजेंसी के दूसरे प्रमुख मुकेश मीणा से उनकी जान को खतरा है. यादव ने मीणा पर काम में दखल देने और दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है. साथ ही सरकार से अपील भी की है कि मीणा के खिलाफ केस दर्ज किया जाए.

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मुकेश कुमार मीणा (फाइल फोटो) मुकेश कुमार मीणा (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 जून 2015,
  • अपडेटेड 11:59 AM IST

दिल्ली में एंटी करप्शन ब्यूरो प्रमुख ने सरकार को चिट्ठी लिखकर आरोप लगाया है कि एजेंसी के दूसरे प्रमुख मुकेश मीणा से उनकी जान को खतरा है. यादव ने मीणा पर काम में दखल देने और दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है. साथ ही सरकार से अपील भी की है कि मीणा के खिलाफ केस दर्ज किया जाए. इस मुद्दे पर आम आदमी पार्टी प्रवक्ता कुमार आशुतोष ने ट्विटर पर जानकारी दी-

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आशुतोष ने कहा कि मीणा के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप है. इसलिए उन्हें एफआईआर संबंधी दस्तावेज नहीं दिए जाने चाहिए.

गौरतलब है कि दस्तावेजों को यादव और मीणा के बीच बुधवार शाम जबरदस्त बहस हुई थी. मिली जानकारी के अनुसार यादव के दफ्तर में दोनों के बीच करीब तीन घंटे तक गर्मागर्म बहस चली. दरअसल, मीणा ने यादव से रोजनामचा रजिस्टर (एफआईआर बुक) मांगी थी. यह वो रजिस्टर होता है जिसमें ड्यूटी ऑफिसर थाने में आने वाली शिकायतों को दर्ज करता है. यादव ने ये दस्तावेज मीणा के देने से इंकार कर दिया था.

यादव ने कहा कि दिल्ली सरकार ने मुकेश मीणा की एसीबी में ज्वॉइंट कमिश्नर के पद पर नियुक्ति को खारिज कर दिया है. लिहाजा गोपनियता का ख्याल रखते हुए मीणा को एफआईआर बुक नहीं दिया जा सकता है.

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गौरतलब है कि एसएस यादव को दिल्ली सरकार ने और मुकेश मीणा को उप राज्यपाल नजीब जंग ने एसीबी प्रमुख बनाया है.

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