दिल्ली महिला आयोग ने घरेलू हिंसा की शिकार एक नवविवाहिता को उसकी ससुराल से रेस्क्यू कराया है. नवविवाहिता रेखा (नाम परिवर्तित) ने डीसीडब्ल्यू में शिकायत दी थी कि उसका पति उसके साथ रोज मारपीट करता है और उसे घर से बाहर नहीं निकलने देता. रेखा का पति उसे उसके घरवालों से नहीं मिलने और बात करने नहीं देता था.
पीड़िता ने ई-मेल के जरिए की शिकायत
रेखा ने दिल्ली महिला आयोग को ई-मेल करके शिकायत दी थी कि उसके साथ रोजाना मारपीट हो रही है. उसने आग्रह किया था कि उसे जल्द से जल्द यहां से निकाला जाए क्योंकि उसकी जान को खतरा है. रेखा का ई-मेल मिलने के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जय हिंद के निर्देश पर मोबाइल हेल्पलाइन (एमएचएल) प्रोग्राम की एक टीम गठित की गई.मोबाइल हेल्पलाइन की टीम ने नोएडा पुलिस को साथ लेकर दादरी स्थित रेखा की ससुराल से उसे रेस्क्यू कराया. इसके बाद आयोग की टीम ने रेखा को दिल्ली के एक शेल्टर होम में रुकवा दिया.
रेखा ने बताया कि 12 मई 2017 को उसकी शादी दादरी के रहने वाले उसके पति (मोहन) से हुई थी. उसने बताया कि शादी के तीसरे दिन से ही उसका पति उसके साथ मारपीट करने लगा. कुछ दिन बाद उसके पति ने रेखा पर उसके घरवालों से बात करने और मिलने पर पाबंदी लगा दी. पिछले कई महीनों से लगातार घरेलू हिंसा की शिकार रेखा ने हिम्मत करके दिल्ली महिला आयोग में शिकायत की. जिसके बाद अब रेखा राहत की सांस ले रही है.
रेखा यूपी के बुलंदशहर जिले की रहने वाली है. रेखा की मां की मौत बचपन में हो चुकी है और घर पर उसके पिता और भाई हैं. रेखा का कहना है वह वापस अपने ससुराल नहीं चाहती है और न वह अपने घर जाना चाहती है. उसका कहना है कि वह पढ़ी लिखी है और वह नौकरी करके अपने पैरों पर खड़ी होगी.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने बताया कि यह केस यूपी से था और दिल्ली महिला आयोग के पास उसकी शिकायत आयी थी तो मानवता के आधार पर दिल्ली महिला आयोग ने उसकी मदद की.
पुनीत शर्मा