हिजुबल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की एनकाउंटर में मौत और उसके बाद शुरू हुई हिंसा के कारण घाटी में लगातार 39वें दिन कर्फ्यू जारी है. घाटी में सुरक्षाबलों की गोली से दो दिनों में 7 और लोगों की मौत हो गई है, जिसके बाद हिंसा में अब तक 65 लोग मारे जा चुके हैं. दूसरी ओर, दिल्ली में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर मसले पर मंगलवार को बैठक बुलाई है.
इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ ही खुफिया एजेंसी रॉ और आईबी के प्रमुख मौजूद रहे. जानकारी के मुताबिक, घाटी में हुई ताजा चार मौतों में दो बडगाम इलाके में हुई है. जबकि एक की अनंतनाग में मौत हुई. गोलीबारी में चार अन्य घायल हुए हैं, जबकि इससे पहले 15 अगस्त को भी बुलेट लगने से दो की मौत हुई थी.
मृतकों में से एक युवक अशफाक अहमद है, जो दो सप्ताह पहले बारामूला जिले के तंगमार्ग क्षेत्र में पत्थर फेंकने की घटना में घायल हो गया था. पुलिस का कहना है कि घाटी में सभी 10 जिला मुख्यालयों में कर्फ्यू और प्रतिबंध जारी रहेगा.
अलगाववादियों ने किया है बंद का ऐलान
बता दें कि अलगाववादी पहले ही 18 अगस्त तक कश्मीर बंद बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं. जिसके मद्देनजर सभी शैक्षणिक संस्थान, दुकानें, सार्वजनिक यातायात के साधन और अन्य प्रतिष्ठान नौ जुलाई से ही बंद हैं. हालांकि, बैंक, डाकघर और सभी सरकारी कार्यालयों में संचालन जारी है.
सीएम ने केंद्र के सिर मढ़ा दोष
इससे पहले स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर के हालात के लिए केंद्र को कोसा. झंडा फहराने के बाद अपने संबोधन में महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात के लिए जवाहर लाल नेहरू से लेकर वर्तमान तक का केंद्रीय नेतृत्व जिम्मेदार है. बंदूकें चाहे आतंकी की हो या हमारी, बंदूकों से कोई मसला हल नहीं होगा.'
'इसमें मेरी सरकार की क्या गलती?'
पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही महबूबा मुफ्ती ने कश्मीर हिंसा पर दुख जताते हुए कहा, 'मैं आपसे वादा करती हूं कि जिन सुरक्षाबलों और पुलिसकर्मियों ने निर्देशों का पालन नहीं किया, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.' महबूबा ने आगे कहा, 'मुठभेड़ पहले भी होती थी. आगे भी होंगे. लेकिन मुझे यह समझ नहीं आता कि इसमें मेरी सरकार की क्या गलती है?'
स्वपनल सोनल