मणिपुर की राजधानी इम्फाल में प्रदर्शनकारियों द्वारा कई वाहनों को जला दिए जाने के बाद शहर में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क गई है. इसको काबू करने के लिए प्रशासन ने इम्फाल पूर्वी जिले के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया है. प्रदर्शनकारी शहर में कई दिनों से जारी नगा आर्थिक नाकाबंदी का विरोध कर रहे थे, जो कई नगा आदिवासी संगठनों द्वारा लगाई गई थी. हाल के दिनों में राज्य में कई आतंकी हमले भी हुए हैं. जिला प्रशासन का कहना है कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, कर्फ्यू जारी रहेगा.
गत शुक्रवार को राज्य में तीन स्थानों पर बम विस्फोट की घटनाएं हुईं, जिसके बाद पूरे राज्य में इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई थी. सरकार का कहना है कि अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है. गौरतलब है कि यूनाइटेड नगा कौंसिल (यूएनसी) के तत्वावधान में तमाम नगा संगठनों ने मणिपुर से गुजरने वाले दो राष्ट्रीय राजमार्गों पर अनिश्चित काल के लिए आर्थिक नाकाबंदी लागू कर दी है. इन राजमार्गों को राज्य की आर्थिक जीवनरेखा माना जाता है. यूएनसी राज्य में सात नए जिले बनाने का विरोध कर रही है, इनमें से चार जिलों का तो उद्धाटन भी हो चुका है.
राज्य में बढ़ते तनाव के बीच पिछले कुछ दिनों में संदिग्ध आतंकी संगठनों ने कई हमले किए हैं, जिनमें तीन पुलिस कर्मी शहीद हो गए तथा 14 अन्य लोग घायल हुए हैं. गत शुक्रवार को ही इम्फाल वेस्ट जिले के नगारम में तीन बम विस्फोट हुए. एक अन्य घटना में राज्य के नुंगकओइन तामेंगलॉन्ग जिले में स्थित इंडियन रिजर्व बटालियन की चौकी पर 70 आतंकियों ने हमला कर दिया. वे जवानों से हथियार छीनकर वहां से फरार हो गए.
दिनेश अग्रहरि