विश्व बैंक के आर्थिक आउटलुक में संशोधन से गिरी कच्चे तेल की कीमतें

कच्चे तेल की कीमतें वायदा बाजार में गुरुवार को दबाव देख रही हैं. पिछले दो दिनों से भाग रही कच्चे तेल की कीमतों को विश्व बैंक के वैश्विक आर्थिक विकास दर अनुमान में कमी करने से गिरावट देखने को मिली.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 11 जून 2015,
  • अपडेटेड 1:50 PM IST

कच्चे तेल की कीमतें वायदा बाजार में गुरुवार को दबाव देख रही हैं. पिछले दो दिनों से भाग रही कच्चे तेल की कीमतों को विश्व बैंक के वैश्विक आर्थिक विकास दर अनुमान में कमी करने से गिरावट देखने को मिली.

विश्व बैंक की ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉसपेक्ट्स रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक अर्थव्यवस्था चालू वर्ष में 2.8 फीसदी की दर से बढ़ेगी. इससे पहले जनवरी 2015 में विश्व बैंक ने आंकलन किया था कि वैश्विक अर्थव्यवस्था 3 फीसदी की दर से बढ़ेगी.

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गौरतलब है कि विश्व बैंक कि इस रिपोर्ट के मुताबिक प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में भारत में विकास की गति सर्वाधिक रहेगी वह भी ऐसे समय में जब चीन में विकास की गति धीमी पड़ रही है.

गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में तकरीबन 6 फीसदी की तेजी आई थी. गुरुवार को नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई क्रूड 0.50 फीसदी की गिरावट के साथ 61.15 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है.

ग्लोबल मार्केट में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 0.30 फीसदी फिसल गई है और कीमत 65.50 डॉलर प्रति बैरल पर है. जानकारों का मानना है कि मध्यम अवधि में कच्चे तेल की कीमतों में और भी गिरावट की संभावना है.

 

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