केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान जल्द ही एके-47 और एके-56 जैसे आधुनिक हथियारों से लैस नजर आएंगे. उन्हें इंसास राइफल से छुटकारा मिल जायेगा. इंसास राइफल के रख रखाव और निशाने को लेकर आई तकनीकी खामियों के चलते इसकी जल्द ही सीआरपीएफ से विदाई होगी.
आधुनिक हथियारों से लैस सीआरपीएफ जवानों की पहली टुकड़ी जल्द ही छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में नजर आएगी. इसके लिए प्रक्रिया अंतिम चरणों में है. बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में माओवादी मोर्चे पर तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को शीघ्र ही एके-47 और एके-56 राइफल से लैस कर दिया जायेगा.
दिल्ली स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय के निर्देश पर इंसास राइफलों को हटाने की कवायद शुरू कर दी गई है. माओवादी मोर्चे पर तैनात CRPF के जवानों को फिलहाल इंसास राइफल मुहैया कराई गई थी, लेकिन ये राइफल तकनीकी स्तर पर असरदार साबित नहीं हो पाई. यही नहीं मुठभेड़ के दौरान भी कारगर नहीं रही थी. इसकी खामियों को देखते हुए स्वचालित एके-47 और एके-56 राइफल मुहैया कराए जाने का फैसला लिया गया है.
इस राइफल की पहली खेप माओवादी हिंसा प्रभावित दक्षिण बस्तर के दंतेवाड़ा और सुकमा जिले में तैनात सीआरपीएफ जवानों को मुहैया कराई जाएगी. इसके बाद शेष इलाकों में सीआरपीएफ को मुहैया होगी.
सुनील नामदेव