एक अधिकारी ने बताया कि सेफ हाउस के लिए चिकित्सकों तथा पैरोमेडिकल स्टॉफ की ड्यूटी लगा दी गई है. मगर स्वास्थ्य विभाग के लिए राहुल गांधी के ब्लड ग्रुप ने बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है. अस्पताल प्रशासन की परेशानी का सबब यह है कि राहुल गांधी के ग्रुप वाला ब्लड जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में नहीं है.
अस्पताल प्रशासन गांधी के ग्रुप वाले ब्लड की व्यवस्था के लिए हाथ-पैर मार रहा है. कई स्वैच्छिक रक्तदाताओं को फोन से संपर्क कर रक्तदान के लिए अनुरोध किया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अभी तक 'बी निगेटिव' ग्रुप के रक्त की व्यवस्था नहीं कर सका है. अस्पताल प्रशासन ने ब्लड के लिए पुलिस लाइंस के आरआई को पत्र लिखकर बी निगेटिव ग्रुप के ब्लड वाले दो सिपाहियों को भेजने की सिफारिश भी की है.
बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशियों के प्रचार के लिए जाने के क्रम में राहुल गांधी थोड़ी देर गोरखपुर एयरफोर्स स्टेशन पर रुकेंगे. सेफ हाउस के लिए डॉ. वीके चैधरी, डॉ. ओपी चैधरी, डॉ. एएन सिंह, डॉ. जेपी सिंह, लैब टेक्नीशियन रामध्यान दीपक, चीफ फार्मासिस्ट आरएस विश्वकर्मा के अलावा वार्ड ब्वॉय व अन्य कर्मचारियों की एंबुलेंस के साथ डयूटी लगाई गई है. एंबुलेंस में राहुल गांधी के ब्लड ग्रुप का कम से कम एक यूनिट ब्लड भी होना अनिवार्य है.
-इनपुट IANS
सबा नाज़