हार के बाद CPI(M) का BJP पर वार, कहा- पैसों से जीता त्रिपुरा चुनाव

सीपीआई(एम) ने प्रेस स्टेटमेंट जारी कर कहा कि इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी ने अन्य संसाधनों के साथ भारी मात्रा में पैसे लगाए.

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CPI(M)  की सफाई CPI(M) की सफाई

सुरभि गुप्ता / परबीना पुरकायस्थ

  • नई दिल्ली,
  • 03 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 6:48 PM IST

त्रिपुरा में 25 साल बाद लेफ्ट का किला ढह गया. केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी ने त्रिपुरा में 25 साल से सत्तारूढ़ सीपीआई(एम) सरकार को पटखनी देते हुए अपने लिए दो-तिहाई बहुमत का रास्ता साफ कर लिया है. अपनी हार स्वीकार करते हुए सीपीआई(एम) ने प्रेस स्टेटमेंट जारी किया है, लेकिन साथ ही बीजेपी पर जीत के लिए इस चुनाव को धनबल से प्रभावित करने का आरोप भी लगाया है.

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CPI(M) का बयान

त्रिपुरा के जनादेश पर CPI(M) ने कहा कि चुनाव नतीजों के आधार पर त्रिपुरा में BJP-IPFT गठबंधन की सरकार बनेगी. 25 साल से लगातार सरकार बना रही CPI(M) को इस बार जीत नहीं मिली. इस चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी ने अन्य संसाधनों के साथ भारी मात्रा में पैसे लगाए. पोलित ब्यूरो उन 45 फीसदी मतदाताओं को धन्यवाद देता है, जिन्होंने CPI(M) और लेफ्ट फ्रंट को अपना समर्थन दिया. पार्टी हार के कारण का विश्लेषण करेगी और सभी जरूरी कदम उठाएगी. सीपीआई(एम) त्रिपुरा की जनता को भरोसा दिलाती है कि सभी वर्गों के हितों के साथ आदिवासियों और गैर आदिवासियों के बीच एकता जारी रखने का काम करती रहेगी.

नहीं खिसका लेफ्ट का आधार: वृंदा करात

सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए धनबल और बाहुबल का इस्तेमाल किया है. फाइनल रिजल्ट आने पर पार्टी हार के कारण अध्ययन करेगी. वहीं सीपीएम नेता वृंदा करात ने भी यही आरोप लगाए हैं और कहा कि त्रिपुरा में लेफ्ट का आधार नहीं खिसका है.

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लेफ्ट को कोई पसंद नहीं करता: शाह

पूर्वोत्तर के तीनों राज्यों के आ रहे नतीजों के आधार पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अब ये साफ हो गया है कि लेफ्ट भारत के किसी भी हिस्से के लिए राइट नहीं है. लेफ्ट को कोई पसंद नहीं करता, कांग्रेस को भी जनता ने नकार दिया है और मोदी जी की नीतियों पर मुहर लगाया है.

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