कोरोना संकट पर ट्रंप का बड़ा फैसला- बाहरी लोगों के अमेरिका में बसने पर अस्थाई रोक

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर ऐलान किया कि अमेरिका में अगले आदेश तक किसी बाहरी के बसने पर रोक लगाई जाती है. कोरोना संकट के वजह से आए मुश्किल समय को देखते हुए ये फैसला लिया गया है.

Advertisement
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फोटो: PTI) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फोटो: PTI)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 8:59 AM IST

  • अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा फैसला
  • अमेरिका में बाहरी लोगों के बसने पर रोक
  • अगले आदेश तक डोनाल्ड ट्रंप ने लगाई रोक

कोरोना वायरस महामारी से जूझ रहे अमेरिका ने इमिग्रेशन को रोकने का फैसला लिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार सुबह ये बड़ा ऐलान किया है. अमेरिका में अब अगले आदेश तक किसी भी बाहरी व्यक्ति को बसने की इजाजत नहीं दी जाएगी. डोनाल्ड ट्रंप ने इस बड़े फैसले का ऐलान अपने ट्विटर अकाउंट से किया. कोरोना वायरस की वजह से खड़े हुए अर्थव्यवस्था पर संकट को देखते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने ये फैसला लिया है.

Advertisement

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार सुबह ट्वीट कर ऐलान किया, ‘अदृश्य दुश्मन के हमले की वजह से जो स्थिति पैदा हुई है, उसमें हमें हमारे महान अमेरिकी नागरिकों की नौकरी को बचाकर रखना है. इसी को देखते हुए मैं एक ऑर्डर पर साइन कर रहा हूं, जो अमेरिका में बाहरी लोगों के बसने पर रोक लगा देगा’.

कोरोना पर फुल कवरेज के लि‍ए यहां क्ल‍िक करें

साफ है कि अब अगले आदेश तक कोई भी विदेशी नागरिक अमेरिका का नागरिक नहीं बन पाएगा और ना ही इसके लिए अप्लाई कर पाएगा. दुनियाभर से लोग अमेरिका में नौकरी और बिजनेस के लिए जाते हैं, जो कि कुछ वक्त के बाद वहां पर ही सिटीजनशिप के लिए अप्लाई करते हैं.

लैटिन अमेरिका, यूरोप से बड़ी संख्या में लोग अमेरिका जाते हैं. इसके अलावा भारत समेत अन्य एशियाई देशों से भी इनकी संख्या में बढ़ोतरी आई है. लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने अब किसी भी तरह के इमिग्रेशन पर रोक लगा दी है, हालांकि ये रोक अभी अस्थाई रूप से लगाई गई है.

Advertisement

कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के विकराल रूप की वजह से अमेरिका अबतक के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है. पिछले करीब दो महीने में अमेरिका में 1 करोड़ से अधिक लोग अपनी नौकरी गंवा चुके हैं और बेरोजगार को मिलने वाली की सुविधाओं के लिए अप्लाई कर चुके हैं. इसके अलावा अमेरिकी बिजनेस पर भी बड़ा संकट आया है, यही कारण है कि डोनाल्ड ट्रंप ये फैसला लेने पर मजबूर हुए.

बता दें कि इसी साल अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव भी होने हैं, ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने अमेरिका फर्स्ट के नारे को मजबूती देने की कोशिश में जुटे हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement