उर्स में खिला दी भैंसे की बिरयानी, आयोजकों के खिलाफ कोतवाली पहुंचे ग्रामीण

महोबा ज‍िले के पीर बाबा उर्स में भैंसे की ब‍िरयानी ख‍िलाने का मामला तूल पकड़ रहा है. चरखारी बीजेपी व‍िधायक ने आरोप‍ियों के ख‍िलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है.

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भैंसे से बनी थी ब‍िरयानी. भैंसे से बनी थी ब‍िरयानी.

aajtak.in

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  • 06 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 2:41 PM IST

  • शनिवार को उर्स में शामिल हुए थे 13 गांवों के सैकड़ों लोग
  • पंचायत ने आयोजकों पर लगाया था 50 हजार का जुर्माना
उत्तर प्रदेश के महोबा में एक उर्स में ग्रामीणों को भैंसे की बिरयानी खिलाने का मामला अब राजनीतिक रंग ले चुका है. चरखारी से बीजेपी विधायक ब्रजभूषण राजपूत ने उर्स के आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. ये मामला महोबा के चरखारी कोतवाली क्षेत्र के सालट गांव का है. यहां पीर बाबा की मजार पर शनिवार को 13 गांवों के ग्रामीणों को बिरयानी खिलाई गई थी. विधायक ब्रजभूषण राजपूत के साथ सैकड़ों ग्रामीणों ने एकजुट होकर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई.

गौरतलब है कि चरखारी कोतवाली के सालट गांव में कल्लू काजी ने गांव के बाहर बनी पीर बाबा की मजार पर शनिवार को उर्स का आयोजन किया था. उर्स में आसपास के 13 गांवों से लोगों को एकजुट किया गया था, जिसमें बड़ी संख्या में हिंदू भी शामिल थे.

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ग्रामीणों का आरोप है कि उर्स के बाद कल्लू काजी ने सैकड़ों ग्रामीणों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर धोखे से भैंसे की बिरयानी खिला दी. इस मामले में पंचायत भी हुई और कल्लू काजी पर गंगा स्नान के लिए 50 हजार का जुर्माना लगाया गया. मामला शांत हो गया था मगर मंगलवार को चरखारी विधायक ब्रजभूषण राजपूत गांव पहुंच गए और गांव में पंचायत जुटाकर आरोपी के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करने लगे.

ग्रामीण बताते हैं कि हर साल की तरह इस साल भी मजार पर उर्स हुआ था मगर इस बार उन्हें भैंसे की बिरयानी खिला दी गई जिससे उनका धर्म भ्रष्ट हो गया हालांकि ग्रामीणों ने माना कि उनकी आस्था भी मजार से जुड़ी हुई है. वहीं, चरखारी विधायक ने मजार को ही फर्जी बताते हुए वहां झाड़फूंक और महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण होने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि देश की सभी मजारों की जांच होनी चाहिए.

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विधायक ब्रजभूषण राजपूत ने ये भी कहा कि जब हिंदुओं की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाई जाती है तो मॉब लिंचिंग जैसे मामले होते हैं. बढ़ते तनाव के बाद गांव में रहने वाले मुस्लिम पुरुषों ने गांव छोड़ दिया है.

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