ईपीएफ पर टैक्स लगाने वाली मोदी सरकार ने विपक्ष के विरोध के बाद मामले में यूटर्न के संकेत दिए हैं. समझा जा रहा है कि मंगलवार को लोकसभा में वित्त मंत्री अरुण जेटली बयान देकर आम लोगों की बचत पर तस्वीर साफ करेंगे. बता दें कि सरकार के फैसले के विरोध में सोमवार को कांग्रेस ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन भी किया.
विवादित टैक्स वापस लेने के संकेत
बताया जाता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त मंत्री से ईपीएफ मामले में दोबारा विचार करने को कहा है. ऐसे में अरुण जेटली संसद में मंगलवार को यह प्रस्ताव वापस लिए जाने की घोषणा कर सकते हैं.
दूसरी ओर, कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) में टैक्स के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और टैक्स को वापस लेने की मांग की गई. केंद्र सरकार ने बजट में ईपीएफ से 40 फीसदी से ज्यादा की निकासी पर टैक्स का ऐलान किया था.
कांग्रेस को मिला कर्मचारी संगठनों का साथ
कांग्रेस ने विभिन्न कर्मचारी संगठनों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ बैनर और पोस्टर लेकर प्रदर्शन में शामिल हुए. प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने सुरक्षा इंतजाम चाक चौबंद कर रखे हैं. जंतर मंतर से आगे नाकेबंदी कर दी है. मौके पर सुरक्षाबलों को भी तैनात कर रखा है.
बजट के बाद ईपीएफ पर उहापोह
गौरतलब है कि 29 फरवरी को पेश हुए बजट के बाद से ईपीएफ के 60 फीसदी हिस्से और इसके ब्याज पर टैक्स लगने को लेकर विरोध हो रहा है. सरकार की तरफ से आ रहे कई तरह के बयान को लेकर भ्रम की स्थिति बन गई है. ईपीएफ से निकाली गई रकम पर अबतक कोई टैक्स नहीं लगता है.
केशव कुमार