रणदीप सुरजेवाला के पिता शमशेर सिंह का निधन, राहुल गांधी पहुंचे एम्स

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया. उनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा था. निधन की सूचना पाकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एम्स पहुंच गए हैं. शमशेर सिंह सुरजेवाला हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं.

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शमशेर सिंह सुरजेवाला का निधन शमशेर सिंह सुरजेवाला का निधन

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 20 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST

कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला के पिता शमशेर सिंह सुरजेवाला का लंबी बीमारी के बाद आज यानी सोमवार को निधन हो गया. उनका इलाज दिल्ली के एम्स में चल रहा था. निधन की सूचना पाकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी एम्स पहुंच गए हैं. शमशेर सिंह सुरजेवाला हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं. वे अखिल भारतीय किसान खेत कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके थे.

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शमशेर सुरजेवाला का सियासी सफर

शमशेर सिंह सुरजेवाला संयुक्त पंजाब में संगरुर जिले के को-ऑपरेटिव बैंक में एमडी बने और फिर राजनीति में कदम रखा था. शमशेर सिंह 1961 में पहली बार कैथल के कलायत में पंचायत समिति के चेयरमैन बनें और 1964 में दोबारा चुने गए. वो पहली बार 1967 में विधायक चुने गए, हरियाणा में यह पहला चुनाव है. 

जींद के नरवाना को उन्होंने अपनी कर्मभूमि बनाया. 1977 में जब जनता पार्टी की लहर में भी वह कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विधानसभा पहुंचने में सफल रहे थे. इससे उनकी राजनीतिक पकड़ को समझी जा सकती है. शमशेर सिंह 1982 और 1991 में भी नरवाना से विधायक बने. इसके उन्होंने 2005 में कैथल को अपनी कर्मभूमि बनाया और यहां से भी जीतकर विधायक चुने गए. इसके बाद 2009 में भी जीत दर्ज किया. 1993 से 1998 तक वे राज्यसभा के सदस्य रहे

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किसान नेता की पहचान थी

शमशेर सिंह सुरजेवाला की पहचान किसान नेता के तौर पर होती थी. वो अखिल भारतीय खेत मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे. उन्होंने 2005 से 2009 तक कांग्रेस सरकार के कार्यकल में अहम भूमिका अदा की थी. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को किसानों की आत्महत्या के मुद्दे पर नरवाना लेकर आए और यूपीए-1 में किसानों के कर्जमाफी में शमशेर सुरजेवाला की अहम रोल था. वो किसानों, मजदूरों से जुड़ी समस्याओं को जोरदार तरीसे से उठाते थे.

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