GST पर बुधवार को लोकसभा में चर्चा हो रही है. बहस की शुरुआत वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने की. उन्होंने कहा- जीएसटी कानून पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा उठाया गया गेमचेंजर कानून था. कांग्रेस ने जीएसटी लागू करने की कोशिशों को तब विपक्ष में बैठी बीजेपी ने बाधित किया जिससे देश को 12 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
कांग्रेस को क्रेडिट दिलाने की कोशिश
जीएसटी पर बहस की शुरुआत में जेटली के बयान पर मोइली ने कहा कि जीएसटी कानून केन्द्रीय कानून की सबसे बड़ी चोरी का मामला है. कांग्रेस सरकारों ने अपने कार्यकाल के दौरान पूरी कोशिश की कि इसे लागू करके देश की जीडीपी को गति दी जाए लेकिन प्रमुख विपक्षी दल ने इसके रास्ते में रोढ़े अटकाए.
कांग्रेस ने सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जीएसटी का मौजूदा विधेयक जिसे पास कराने की कोशिश की जा रही है इसमें कई ऐसे कानून हैं जिससे जीएसटी लागू करने का मकसद विफल हो सकता है. मोइली ने कहा कि जीएसटी की प्रस्तावित दरों से देश में ईज ऑफ डूईंग बिजनेस को नुकसान पहुंचने की संभावना है.
मोइली के मुताबिक जीएसटी का मतलब पूरे देश में एक समान टैक्स दर लागू करना था लेकिन सरकार का प्रस्ताव कई स्तर पर टैक्स थोपनें की तैयारी में है. कांग्रेस ने कहा कि देश में जिन गुड्स और लक्जरी गुड्स पर 28 फीसदी से 60 फीसदी तक टैक्स लगाने की योजना पर पुनर्विचार करने की जरूरत है.
केन्द्र सरकार द्वारा संसद में पेश किए गए जीएसटी मसौदे पर बोलते हुए मोइली ने कहा कि इस मसौदे के साथ जीएसटी गेमचेंजर नहीं साबित हो सकता है. मौजूदा प्रस्ताव में महंगाई पर लगाम लगाने के कोई प्रावधान नहीं किए गए हैं. लिहाजा, कांग्रेस नेता के मुताबिक इसे मौजूदा हालत में लागू करने से देश के कारोबारी जगत में सिर्फ अफरातफरी का माहौल पैदा होगा.
राहुल मिश्र