कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलकर कर्नाटक सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. सिद्धारमैया ने कहा है कि सीएम बी एस येदियुरप्पा और गृह मंत्री अमित शाह ने साजिश रचकर 15 विधायकों को इस्तीफा दिलवाया. सिद्धारमैया ने राष्ट्रपति को भी ज्ञापन सौंपा है.
सिद्धारमैया ने कहा कि येदियुरप्पा ने कोर कमेटी की बैठक में कहा था कि इन विधायकों ने अमित शाह के निर्देश पर पाला बदला था और उन्होंने सभी विधायकों की देखरेख की जो मुंबई में थे, जो कि असंवैधानिक है.
सिद्धारमैया ने कहा कि एक मुख्यमंत्री हैं और एक केंद्रीय गृहमंत्री, दोनों ने संवैधानिक प्रावधानों की धज्जियां उड़ाने की कोशिश की, जो कि लोकतंत्र की हत्या है. उन्होंने कहा कि हमने राज्यपाल से मुलाकात की और कर्नाटक सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि मामले को राष्ट्रपति कोविंद के संज्ञान में लाए.
महाराष्ट्र-हरियाणा के चुनाव नतीजों पर सिद्धारमैया-
वहीं, महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव नतीजों के बाद पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मोदी सरकार से मोहभंग होने और राज्य में बीजेपी सरकार के पतन के संकेत दिए थे. सिद्धारमैया ने कहा कि दोनों राज्यों में बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में मोदी ने कई रैलियों को संबोधित किया, लेकिन फिर भी बीजेपी ज्यादा सीट हासिल करने में असफल रही.
सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस आगामी उपचुनावों में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतेगी. साथ ही कहा कि उपचुनाव के नतीजे आने के बाद सीएम बीएस येदियुरप्पा को इस्तीफा देना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी के विपरीत, उनकी पार्टी स्थिरता के बिना अल्पसंख्यक सरकार बनाने के बजाय मध्यावधि चुनाव के लिए जाना चाहेगी.
इसके अलावा सिद्धारमैया ने महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनावों से पहले कांग्रेस से बीजेपी में जाने वाले नेताओं के बारे में कहा कि आखिरकार वे हार गए. उन्होंने कहा कि कर्नाटक के आगामी उपचुनाव में दलबदलुओं का हाल भी अन्य राज्यों की तरह ही होगा.
बागी नेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के बागी विधायकों ने कर्नाटक में बीजेपी को सत्ता में लाने में मदद की, जिसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया और अब वे उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें बीजेपी से आगामी उपचुनाव लड़ने के लिए टिकट मिलेगा.
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