चुनावों को लेकर सियासी गलियारों में हलचल मची हुई है. इस बीच, कांग्रेस ने इसी साल 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव एवं अगले साल के लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी रणनीति पर विचार मंथन तेज कर दिया है.
शनिवार को पार्टी की तीन महत्वपूर्ण समितियों ने चुनाव की तैयारियों तथा विभिन्न राजनीतिक एवं आर्थिक मुद्दों पर चर्चा की. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कोर कमेटी, घोषणापत्र समिति और प्रचार समिति की बैठक हुई. कुछ हफ्ते पहले ही इन तीनों समितियों का गठन किया गया था.
सूत्रों के मुताबिक कोर कमेटी की बैठक में चुनाव तैयारियों, गठबंधन, पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों और अर्थव्यवस्था की स्थिति कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
घोषणा पत्र समिति की बैठक में शामिल एक सदस्य ने बताया कि राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए घोषणापत्र को लेकर मुख्य रूप से बातचीत हुई. प्रचार समिति के एक सदस्य के मुताबिक बैठक में गांधी ने कहा कि जनता जो चाहती है, पार्टी उन मुद्दों को उठाए.
दरअसल, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार-प्रसार के लिए 9 सदस्यीय कोर ग्रुप कमिटी का गठन किया था. इस कमिटी में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद शामिल हैं. इसके अलावा लोकसभा में विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भी इस कोर ग्रुप कमिटी में जगह मिली है.
इसके अलावा मेनिफेस्टो और पब्लिसिटी कमिटी के लिए भी राहुल गांधी ने कुछ सदस्यों को चुना है. मेनिफेस्टो कमिटी में सलमान खुर्शीद और शशि थरूर समेत 19 बड़े नेताओं के नाम हैं तो वहीं पब्लिसिटी यानी प्रचार समिति में राजीव शुक्ला और रणदीप सुरजेवाला समेत 13 सदस्य हैं.
अजीत तिवारी