वीडियो मामले में AAP सांसद भगवंत मान दोषी करार, पूरे सत्र के लिए संसद से निलंबित

भगवंत मान ने संसद का वीडियो बनाकर फेसबुक पर अपलोड किया था, जिससे सभी नेता नाराज थे. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इस मामले की जांच के लिए एक 9 सदस्यीय समिति के गठन का फैसला किया था.

Advertisement
आप सांसद भगवंत मान आप सांसद भगवंत मान

हिमांशु मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 08 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 4:55 PM IST

संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ के दोषी पाए जाने वाले आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान को संसद सत्र के बाकी दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है. भगवंत मान ने संसद का वीडियो बनाकर फेसबुक पर अपलोड किया था, जिससे सभी नेता नाराज थे. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने इस मामले की जांच के लिए एक 9 सदस्यीय समिति के गठन का फैसला किया था. समिति ने इस मामले में मान को दोषी माना था.

Advertisement

नाराज थे सांसद
नेताओं का मानना था कि ऐसा वीडियो बनाना संसद की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना है. खुद लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी मान के इस तरह के व्यवहार से काफी नाराज थीं. इस मामले पर तत्काल एक्शन लेते हुए तब भी स्पीकर ने एक्शन लेते हुए मान के 3 अगस्त तक संसद आने पर रोक लगा थी. नौ सदस्यीय संसदीय समिति के अध्यक्ष भाजपा सांसद किरीट सोमैया थे. गत जुलाई महीने में वायरल हुए वीडियो में मान को संसद के प्रवेश द्वार को दर्शाते दिखाया गया है, जिससे सांसद संसद भवन में प्रवेश करते हैं और वह कमेंट्री करते हुए कह रहे हैं कि देखि‍ए कितनी मजबूत सुरक्षा है. 'आज तक' से बातचीत में भगवंत मान ने कहा था कि उन्होंने फेसबुक पर वीडियो डालकर लोगों को जानकारी देने का काम किया है और किसी गलत इरादे से वीडियो नहीं बनाया.

Advertisement

संसदीय समिति को वीडियो की समीक्षा करने और भविष्य में ऐसा दोबारा नहीं हो, इसको लेकर सुझाव देने को कहा गया था. समिति में किरीट सोमैया के अलावा आनंद राव अडसूल , मीनाक्षी लेखी, भर्तृहरि महताब, सतपाल सिंह, के सी वेणुगोपाल, पी वेणुगोपाल, छोटू नरसिम्हा और रचना देव शामिल थीं. सुमित्रा महाजन ने लोकसभा में कहा था कि भगवंत मान का वीडियो संसद की सुरक्षा के लिए खतरा है. भगवंत मान ने इस पूरे मामले पर लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन से माफी मांगी थी और मान ने स्पीकर से कहा था की वह सदन के अंदर भी सभी सदस्यों के सामने माफी मांगने के लिए तैयार हैं, लेकिन स्पीकर ही नहीं बल्कि पूरा सदन भगवंत मान को माफ करने के लिये तैयार नहीं था.

Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement