हालिया दौर के ट्रेंड देखें तो दुनिया के व्यस्ततम एयरपोर्ट पर सबसे अधिक हमले हुए हैं. वैध-अवैध तस्करी के मामले सामने आए हैं. इसी सुरक्षा के मद्देनजर CISF डीजी ने प्रेसवार्ता में कहा है कि भारत के दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट लंदन के हीथ्रो, अमेरिका और फ्रांस के एयरपोर्ट से अधिक सुरक्षित हैं. उन्होंने ASQ के 4 पैरामीटर का जिक्र किया. वे कहते हैं कि एयरपोर्ट सिक्योरिटी लोन वुल्फ जैसे खतरों से मोल लेने के लिए तैयार है. इसके लिए उन्होंने SWAT की तर्ज पर STW (स्पेशल टैक्टिक विंग) गठित करने की बात कही है.
एयरपोर्ट के साथ शैक्षणिक संस्थानों का भी जिम्मा संभालेंगे
CISF डीजी कहते हैं कि उनके पास बीएचयू समेत 23 शैक्षणिक संस्थानों को सुरक्षा मुहैया कराने की पेशकश आई है. जरूरत पड़ने पर वे उनकी सुरक्षा भी संभालेंगे.
आतंकवाद विरोधी कवच को और मजबूत करेंगे
डीजी ने प्रेसवार्ता में कहा कि हवाईअड्डों पर आतंकवाद विरोधी कवच को मजबूत करने के क्रम में एक बड़ी योजना लागू की जाएगी. इनमें स्मार्ट सीसीटीवी कैमरे, बख्तरबंद वाहन और चारों तरफ बाड़ लगाना शामिल है. उन्होंने CISF को देश के 59 नागरिक हवाईअड्डों को सुरक्षा देने की बात भी कही.
वे मौके पर जिक्र करते हैं कि CISF ने सुरक्षा के लिए खाका तैयार करने के बाद रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. इसके अलावा वे घुसपैठ का पता लगा लेने वाली टेक्निक का भी जिक्र करते हैं. साथ ही वे कहते हैं कि CISF जल्द ही देश के सारे हवाईअड्डों की सुरक्षा संभालेगा. वे कहते हैं कि साल 2016 में 74 और साल 2017 में अब तक 11 फेक टिकट का जिक्र करते हैं. ऐसा सुरक्षा के लिहाज से परेशान करने वाला है.
जितेंद्र बहादुर सिंह