लद्दाख के करीब उड़ान भर रहे हैं चीन के लड़ाकू विमान, भारत भी बनाए हुए है पैनी नजर

भारत और चीन के बीच जारी तनाव की स्थिति अभी भी जारी है. दोनों देशों के सैनिक वहां पर डटे हुए हैं और इस बीच अब लड़ाकू विमान को लेकर भी हलचल जारी है.

Advertisement
सांकेतिक तस्वीर (फोटो: PTI) सांकेतिक तस्वीर (फोटो: PTI)

मंजीत नेगी

  • नई दिल्ली,
  • 01 जून 2020,
  • अपडेटेड 3:28 PM IST

  • भारत-चीन के बीच जारी है तनाव की स्थिति
  • लद्दाख के पास उड़ान भर रहे चीनी विमान

भारत और चीन के बीच मई महीने की शुरुआत से जारी तनाव अबतक थमा नहीं है. लद्दाख के पास जारी विवाद बढ़ता जा रहा है और अब खबर है कि चीनी सेना ईस्टर्न लद्दाख के पास अपने लड़ाकू विमान भी उड़ा रही है. लेकिन भारत की ओर से चीन की हर चाल पर पैनी नज़र रखी जा रही है.

Advertisement

ईस्टर्न लद्दाख के पास होतान, गरगुन्सा के पास चीनी सेना PLA की एयरफोर्स का बेस है, जहां पर चीनी फाइटर प्लेन भी तैनात हैं. भारतीय खुफिया एंजेसियां अब सर्विलांस की मदद से इस इलाके में पूरी तरह से नज़र गढ़ाए हुए हैं.

सूत्रों की मानें, तो चीनी आर्मी ने करीब 10-12 J-7, J-17 लड़ाकू विमान तैनात किए गए हैं. जो कि भारतीय सीमा के करीब तीस किमी. तक उड़ान भर रहे हैं. हालांकि, बॉर्डर पर जो दूरी है वो चिंता वाली बात नहीं है, लेकिन भारत की ओर से किसी भी तरह का रिस्क नहीं लिया जा रहा है.

चीन की चेतावनी- भारत न बने अमेरिका से जारी कोल्ड वॉर का हिस्सा

गौरतलब है कि चीन की किसी भी चाल से निपटने के लिए भारत ने मई की शुरुआत में ही ईस्टर्न लद्दाख में अपने एयरबेस पर सेना के हेलिकॉप्टर और लड़ाकू विमान भेज दिए थे. एक वक्त था जब भारत और चीनी हेलिकॉप्टर आमने-सामने भी आ गए थे.

Advertisement

ईस्टर्न लद्दाख के उसपार बना होतान एयर बेस भारत की नज़रों में है और पिछले एक साल से इसपर पैनी निगाहें हैं. क्योंकि पाकिस्तान की सेना भी यहां चीन के साथ मिलकर प्रैक्टिस कर रही थीं. सूत्र के अनुसार, पिछले साल जब 6 पाकिस्तानी J17 स्कार्दू एयरफील्ड में आए थे, तब भी हमने पूरी नजर रखी थी.

भारत-चीन के बीच सुलह बेनतीजा, LAC पर डटी हैं दोनों देशों की फौज

भारत की ओर से भी लगातार लद्दाख के बॉर्डर पर पैनी नजर रखी जा रही है और उसपार चीन की हरकतों को देखने के लिए UAV का इस्तेमाल किया जा रहा है. ताकि चीन की किसी भी तरह की चाल को पहले ही पहचान लिया जाए. गौरतलब है कि भारत की ओर से पहले ही कहा जा चुका है कि वो तनाव नहीं चाहता है, ऐसे में दोनों देश बातचीत के मसले से इस विवाद को सुलझाने में जुटे हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement