जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के पूर्व कमांडर और अलगाववादी नेता जावेद अहमद मीर को CBI ने 1990 में इंडियन एयरफोर्स के 4 जवानों की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है. इस मामले में कोर्ट ने पूछा कि मीर पेशी के लिए क्यों नहीं हाजिर हुए और गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया.
सूत्रों ने बताया कि मीर ने कहा कि कश्मीर की मौजूदा स्थिति के कारण वो कोर्ट में पेश नहीं हुए. उसे 15 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था. बुधवार को उसे जम्मू की कोर्ट में पेश किया गया. यहां से उसे जमानत मिल गई थी. इस मामले में मुख्य आरोपी जेकेएलएफ चीफ और अलगाववादी नेता यासीन मलिक है. वह तिहाड़ जेल में बंद है. यासीन मलिक इस समय टेरर फंडिंग मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं.
क्या है पूरा मामला
25 जनवरी 1990 को यासीन मलिक के नेतृत्व में जेकेएलएफ के आतंकवादियों ने श्रीनगर के बाहरी इलाके में वायुसेना के जवानों पर हमला किया. आतंकियों ने जवानों पर उस वक्त गोलियां चलाईं जब वे बस का इंतजार कर रहे थे. आतंकी हमले में स्कवार्डन लीडर रवि खन्ना समेत वायुसेना के 4 जवानों की मौत हो गई थी, जबकि 6 लोग घायल हो गए थे.
मुनीष पांडे