कैप्टन अमरिंदर सिंह की प्रशांत किशोर को खरी-खरी, कहा- टिकट देना सिर्फ सोनिया गांधी का अधिकार

अमरिंदर सिंह नें दो टूक कहा कि टिकट के बंटवारे में IPAC की कोई भूमिका नहीं रहेगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि IPAC का काम सिर्फ सलाह देना है और वह सिर्फ रणनीति बनाने तक ही सीमित है.

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कैप्टन अमरिंदर सिंह कैप्टन अमरिंदर सिंह

प्रियंका झा / मनजीत सहगल

  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 2:25 PM IST

पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पार्टी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को टिकट बंटवारे को लेकर खरी-खरी सुना दी है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि चुनाव में किसे टिकट देना है, इसका फैसला लेने का अधिकार सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के पास है.

इससे पहले मीडिया में आई रिपोर्टों में कहा गया था कि प्रशांत किशोर की टीम 'इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी' (IPAC) भी टिकट बंटवारे की प्रक्रिया में शामिल होगी. लेकिन अमरिंदर सिंह नें दो टूक कहा कि टिकट के बंटवारे में IPAC की कोई भूमिका नहीं रहेगी. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि IPAC का काम सिर्फ सलाह देना है और वह सिर्फ रणनीति बनाने तक ही सीमित है.

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पहली बार नहीं भरवाया जा रहा एफिडेविट
पंजाब चुनाव के लिए पार्टी की ओर से टिकट पाने वालों को एफिडेविट भरने के नियम पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि यह पहली बार नहीं है. इससे पहले भी पार्टी ऐसा कर चुकी है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस बार एप्लिकेशन फॉर्म में कुछ बदलाव किए गए हैं जो कि एक दम सामान्य है. अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी कैंडिडेट्स की स्क्रीनिंग कर सूची तैयार करेगी और फिर इस ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) को भेजा जाएगा. इसके बाद सेंट्रल इलेक्शन कमेटी उम्मीदवारों का फैसला करेगी, जिसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं.

नए एप्लिकेशन फॉर्म में क्या?
पार्टी के नए एप्लिकेशन फॉर्म में अपने उम्मीदवारों से 'लॉयलिटी एफिडेविट' मांगा गया है. इसके मुताबिक कैंडिडेट्स को लिखित में यह वादा करना है कि जो लोग 2017 में होने वाले विधानसभा चुनावों में टिकट की आस लगाए हुए हैं, अगर उन्हें टिकट न मिले तो वे बागी नहीं बनेंगे. ऐसा माना जा रहा था कि नया एप्लिकेशन फॉर्म प्रशांत किशोर की सलाह पर बनाया गया है.

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