कभी वो खुद थी हताश, आज बाइक चलाकर दूसरों को दे रही है जीने की आस

कभी तनाव के कारण खुद जान देने का मन बना चुकीं सना इकबाल के साथ कुछ ऐसा हुआ जिसने उनके सोचने का नजरिया बदल दिया...

Advertisement
सना इकबाल सना इकबाल

वन्‍दना यादव

  • नई दिल्ली,
  • 22 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 12:00 PM IST

क्या आप बुलेट चलाकर किसी राह चलते इंसान को तनाव से बाहर निकलने की सलाह दे सकते हैं? पढ़ कर थोड़ा अजीब लग रहा है न कि ये क्या बात हुई. लेकिन इस बात को अपनी जिंदगी का उदे्दश्य बनाकर असल जिंदगी की बुलेट रानी सना इकबाल लोगों को बचाने निकल पड़ी हैं.

जब एक अंजान राही सीखा गया जीना
खुद तनाव झेल चुकीं सना को एक अजीब घटना ने मौत से बचा लिया था. सना घर से अपनी बुलेट पर मौत का दामन थामने निकली थीं, लेकिन रास्ते में एक अंजान बाइक चालक ने उनकी ड्राइविंग की तारीफ की. वह शख्‍स उनके बाइक चलाने के अंदाज से काफी प्रभावित हुआ था. उस शख्‍स की बातें सुनकर सना का खोया आत्मविश्वास वापस आ गया और उनमें जीने की इच्छा फिर से जाग उठी.

सना कहती हैं कि उन्हीं की तरह हजारों लोग तनाव से जूझ रहे हैं और इससे बाहर निकलने के बहुत सारे रास्ते हैं पर लोगों को उनके बारे में पता नहीं होता. उनके मुताबिक, 'लोग आपको खुश रहने की सलाह दे सकते हैं लेकिन बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो आपको उस खुशी को ढ़ढने का रास्ता भी बता सकें. वैसे भी आपकी खुशी आपके अपने हाथ में होती है.' सना को बाइक चलाने से सुकून मिलता है और यह एक चीज उनके तनाव को कम कर देती है.

Advertisement

राहों पर मिलेगी खुशी
सना को जिंदगी की असली खुशी अंजान राहों पर मिलती है और अब अपने इसी अनुभव से वह लोगों की मदद करने निकल पड़ी हैं. पिछले दिनों उन्‍होंने आत्महत्या रोकने और तनाव से कैसे लड़ें, इस विषय को ध्यान में रखकर एक कैंपेन चलाया. चार महीने में लगभग 44 शहरों का सफर उन्‍होंने अपनी बुलेट एलेक्ट्रा 350 सीसी पर तय किया.
जब उनसे पूछा गया कि वह नौजवानों को इस विषय पर जागरूक क्यों करना चाहती हैं तो उनका जवाब था कि अगर छात्रों को समय पर सही मार्गदर्शन मिल जाए तो वे अपना भविष्य उज्जवल बना सकते हैं.

सफर में आईं ढेरों दिक्कतें
कोई भी सफर आसान नहीं होता और ऐसा ही कुछ सना के साथ भी हुआ. वह कहती हैं बीच रास्ते में बाइक का खराब हो जाना बहुत परेशान करता था लेकिन कई बार अंजान लोगों से मदद मिल जाने पर फिर से इंसानियत पर भरोसा पैदा हो जाता था. छेड़छाड़ जैसी घटनाओं का सामना भी उन्‍होंने बड़ी हिम्मत और बहादुरी के साथ किया.

सना अपने काम से खुश हैं और उनका कहना है, 'अगर मैं एक भी जिंदगी बचा पाती हूं तो यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात है.'

Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement