उन्नाव रेप पीड़िता की मौत के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल मची गई है. अखिलेश यादव ने सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगते हुए कहा कि डीजीपी और गृहसचिव को भी अपने पद पर बने रहने का नैतिक हक नहीं है. वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उन्नाव रेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए योगी सरकार को घेरा है.
मायावती ने योगी सरकार पर साधा निशाना
इस बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीते कुछ वर्षों में विशेषतौर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार में महिलाएं सुरक्षित नहीं है. ऐसा कोई दिन नहीं बीतता, जब महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले सामने न आते हों. मायावती ने कहा कि अगर राज्य सरकार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती है तो ऐसी घटनाओं पर रोक नहीं लगेगी.
उन्नाव रेप पीड़िता की मौत के बाद मायावती ने ट्वीट कर परिवार के प्रति संवेदना जताई है. उन्होंने कहा कि दर्दनाक मौत कष्टदायक है. इस दुख की घड़ी में बसपा पीड़ित परिवार के साथ है. यूपी सरकार पीड़ित परिवार को जल्दी इंसाफ दिलाए. उन्होंने कहा कि यही जनता की मांग है.
दोषियों को मिले फांसी की सजा
क्या है पूरा मामला
बता दें कि उन्नाव रेप पीड़िता गुरुवार को दुष्कर्म के मामले में पैरोकारी के लिए रायबरेली जा रही थी. तभी आरोपियों ने उसे जिंदा जलाकर मारने के लिए पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. पीड़िता के बयान के आधार पर सभी आरोपियों को गुरुवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जिंदगी की जगं लड़ रही रेप पीड़िता ने शुक्रवार रात 11.40 बजे दम तोड़ दिया था.
aajtak.in