राजस्थान के बारां में नदी में पलटी नाव, कई लोगों को बचाया गया

यहां की नदियां बारिश के दिनों में उफान पर रहती हैं. दर्जनों गांवों का संपर्क कटा रहता है. सरकार की तरफ से कोई स्थायी या अस्थायी समाधान नहीं होने की वजह से इन नदियों के बीच छोटी-छोटी नावों का अवैध रूप से कई दिनों से संचालन भी हो रहा था. इन नावों में जरुरत से ज्यादा लोग बिना किसी सुरक्षा मानक के आते-जाते हैं.

Advertisement
क्षमता से ज्यादा लोग थे सवार क्षमता से ज्यादा लोग थे सवार

शरत कुमार

  • जयपुर,
  • 09 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 5:04 AM IST

राजस्थान के बारां जिले में हरनावदाशाहजी कस्बें के पास परवन नदी में सवारियों से भरी एक नाव पानी के तेज बहाव में पलट गई. नाव में डेढ दर्जन लोग सवार थे जिसमें से आधा दर्जन से ज्यादा लोग तैर कर बाहर निकल आये लेकिन 6 लोग अभी लापता हैं, जिसमें अधिंकाश महिलाओं और बच्चें बताये जा रहें है. लापता लोगों की तलाश के लिए प्रशासन की ओर से रेस्क्यू चलाया जा रहा है. कोटा से रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बोट और एनडीआरएफ की टीमें बुलाई गई हैं जिसमें गोताखोर लपाता लोगों को ढूंढने में लगे हैं.

Advertisement

झालावाड और बारां जिले के आधिकारियों ने मौके पर पहुचंकर स्थिति का जायजा लिया. दरअसल बारां जिले में 10 से ज्यादा बरसाती नदियां है, जो कि बारिश के दिनों में उफान पर रहती हैं. दर्जनों गांवों का संपर्क कटा रहता है. सरकार की तरफ से कोई स्थायी या अस्थायी समाधान नहीं होने की वजह से इन नदियों के बीच छोटी-छोटी नावों का अवैध रूप से कई दिनों से संचालन भी हो रहा था. इन नावों में जरुरत से ज्यादा लोग बिना किसी सुरक्षा मानक के आते-जाते हैं. प्रशासन की अनदेखी से अवैध नावों को संचालन हो रहा है जिसके चलते  यह हादसा हो गया. अभी लापता नाव ओर लोगों की तलाश जारी है.

बताया जा रहा है कि हादसा उस समय हुआ जब नाव किनारे पर आने ही वाली थी. नाव में क्षमता से ज्यादा वजन होने की वजह से उसका संतुलन बिगड़ गया और नाव पलट गई. नाव में सवार पुरुषों ने तैरकर अपनी जान बचाई और नाव डूबने की जानकारी सभी को दी. आनन-फानन में प्रशासन के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर राहत और बचाव का काम शुरू कर दिया और लापता लोगों को खोज की जाने लगी. बारां में पिछले 48 घंटों से काफी बारिश हो रही है, जिससे वहां की नदियां उफान पर हैं. इसके अलावा राजस्थान के कई इलाकों में  बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement