दिल्ली विधानसभा का सत्र 4 अक्टूबर से शुरू होना है. करीब एक साल बाद बीजेपी विधायक ओम प्रकाश शर्मा दिल्ली विधानसभा में मौजूद रहेंगे.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 4 अक्टूबर को विधानसभा का सेशन बुलाया है, जिसमें सर्विसेज को लेकर बिल पेश होना है यानी 15 हजार गेस्ट टीचर्स की भर्ती का मामला है.
लोगों की पीड़ा पर राजनीति की आदत
बीजेपी विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को हर खबर को सेंसेशनल बनाने और लोगों की पीड़ा पर राजनीति करने की आदत पड़ गई है. जिस मुद्दे को लेकर विधानसभा का सेशन बुलाया गया है वो विधानसभा के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है. उन्होंने कहा कि जो मुद्दे अधिकार क्षेत्र में हैं उन पर सेशन नहीं बुलाया जाता.
बीजेपी के मुताबिक नियम ये है कि दिल्ली में किसी भी शिक्षक की भर्ती दिल्ली सबऑर्डिनेट सर्विस सलेक्शन बोर्ड (डीएसएसबी) के जरिए होती है, लेकिन सरकार कह रही है कि हम कर लेंगे. बीजेपी विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सेशन के जरिए ये फिर दिखाने की कोशिश है कि देखिए हमने बिल पास कर दिया लेकिन केंद्र सरकार और बीजेपी इसपर अड़ंगा डाल रही है.
दरअसल नियम के मुताबिक डीएसएसबी जब भर्ती निकालेगी तब इन गेस्ट टीचर्स की प्रोसेस के जरिए भर्ती हो सकती है. जिसमें दिल्ली सरकार गेस्ट टीचर्स की उम्र में छूट दे सकती है और साथ ही इंटरव्यू के दौरान उनका वैटेज बढ़ा सकती है, जिससे ज्यादा से ज्यादा को नौकरी मिल सके.
लेकिन जो हो ही नहीं सकता सरकार ने उसपर विधानसभा का सेशन बुलाया है तो फिर सरकार बताए कि पहले पास हुए 15 बिल का क्या हुआ और अब फिर एक नया बिल.
आपको बता दें ओम प्रकाश शर्मा वही विधायक हैं, जिनको आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लाम्बा के खिलाफ विधानसभा के अंदर अपशब्द का इस्तेमाल करने पर विधानसभा स्पीकर राम निवास गोयल ने दो सेशन के लिए सस्पेंड कर दिया गया था.
रोहित मिश्रा