राम मंदिर आंदोलन की एक अहम किरदार बीजेपी नेता उमा भारती ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने जान की बाजी लगा दी थी और अगर 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए उन्हें बुलाया गया तो वे जरूर जाएंगी. उमा भारती ने कहा कि ये पांच सौ सालों से चला आ रहा आंदोलन था, और इसे दुनिया के 1.5 अरब लोग देख रहे थे.
5 अगस्त को जाना चाहूंगी अयोध्या
आजतक से खास बातचीत में पूर्व केंद्रीय उमा भारती ने कहा कि उन्होंने राम मंदिर के लिए जान की बाजी लगाी थी और अगर मौका मिला तो वे इस मौके पर जरूर अयोध्या जाना चाहेंगी. उमा भारती ने कहा कि कोरोना काल में मंदिर का भूमि पूजन एक प्रोटोकॉल के तहत होगा और इसका पालन करना जरूरी होगा. उन्होंने कहा कि भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनके पास अबतक ट्रस्ट के पास से न्योता नहीं आया है.
राम मंदिर अभियान के लिए कभी खेद जाहिर नहीं की
उमा भारती ने कहा कि वे उन नेताओं में से हैं जिन्होंने कभी भी राम मंदिर के अभियान में भाग लेने के लिए खेद व्यक्त नहीं किया है, शर्मिंदगी व्यक्त नहीं की है.
बाबरी मस्जिद विध्वंस केस की चर्चा करते हुए उमा भारती ने कहा कि वे इस मामले की आरोपी हैं और हाल ही में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुईं थीं. उमा भारती ने कहा कि इस अभियान से जुड़ना उनके जीवन का गौरव रहा है और इसके जो भी परिणाम होंगे वो उनके गौरव को और भी बढ़ाएगा.
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दो घंटे के लिए पीएम जाएंगे तो क्या होगा
राम मंदिर के भूमि पूजन में पीएम नरेंद्र मोदी के जाने पर पैदा हुए विवाद पर उमा भारती ने कहा कि जिस राम मंदिर को लेकर पूरी दुनिया के लोग उत्सुक हैं अगर उसमें प्रधानमंत्री चले जाएंगे तो इससे कोरोना के खिलाफ जंग पर क्या असर पड़ेगा. उमा भारती ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरी मशीनरी लगी हुई है. उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई राम मंदिर निर्माण से अलग है.
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आडवाणी की सेकेंड लेफ्टिनेंट थी, लेकिन राजनीतिक फायदा नहीं लिया
उमा भारती ने कहा कि बीजेपी के लिए राम मंदिर कभी चुनाव का मुद्दा नहीं था. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के नाम पर कभी लाभ लेने की कोशिश नहीं की, जबकि मैं आडवाणी जी की सेकेंड लेफ्टिनेंट थी. उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस से पहले ही वो सांसद बन चुकी थीं.
शरद पवार माहौल खराब न करें
उमा भारती ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि उन्हें मंदिर भूमि पूजन से जुड़ा गैरजिम्मेदराना बयान नहीं देना चाहिए. इससे देश का माहौल खराब होता है. राम मंदिर आंदोलन की प्रमुख नेत्री उमा ने कहा कि ये लोग लोगों को उकसा रहे हैं लेकिन ये इसमें सफल नहीं होंगे.
अशोक सिंघल