छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सोमवार रात के भोपालपट्टनम क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक युवा नेता की संदिग्ध लोगों ने धारदार हथियार से हत्या कर दी. बस्तर क्षेत्र के आईजी ने जानकारी मंगलवार को दी. इस वारदात को थाने से महज 200 मीटर की दूरी पर अंजाम दिया गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
आईजी विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि बीजेपी नेता जगदीश शाम करीब साढ़े 7 बजे अपने घर के पास कुछ लोगों के साथ बातचीत कर रहे थे. उसी समय पांच अज्ञात लोग आ धमके. उन्होंने कुल्हाड़ी और धारदार हथियारों से उन पर ताबड़तोड़ वार किया. लहूलुहान जगदीश को महाराष्ट्र के अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई.
इस क्षेत्र में पहले भी भाजपा का साथ देने वाले कई नेताओं को नक्सलियों की ओर से धमकियां देकर उनकी हत्या की जा चुकी है. जगदीश छात्र जीवन से ही भोपालपट्टनम क्षेत्र में काफी सक्रिय थे. वह भाजपा जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के अध्यक्ष थे. उनको हटाकर मंत्री महेश गागड़ा के समर्थक मुरली कृष्णा को भाजयुमो का अध्यक्ष बनाया गया है.
इसकी वजह से वह नाराज थे. विगत दिनों जिला पंचायत चुनाव में पार्टी ने उन्हें अधिकृत प्रत्याशी बनाया था, मगर वह हार गए थे. आईजी ने कहा कि हम पूरी टीम के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंचे. जांच चल रही है, जल्दी ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. इस घटना के पीछे नक्सलियों की स्मॉल एक्शन टीम या उनके राजनीतिक विरोधियों का हाथ हो सकता है.
बताते चलें कि ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) की ढेकनाल युवा शाखा के नेता की सोमवार को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. ढेकनाल जिले से ताल्लुक रखने वाले मंत्री प्रफुल मलिक और नरूसिंह साहू ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की और घटना की त्वरित जांच के आदेश देने का अनुरोध किया है.
पुलिस अधीक्षक संतोष नायक ने बताया था कि घटना ढेकनाल के कामाख्यानगर में गांधी मंदिर के समीप की है, जब 40 वर्षीय जशोबंता परीदा अपनी गाड़ी से उतर रहे थे कि तभी एसयूवी में सवार हमलावरों ने उन पर बम फेंका और गोलियां चलाईं. उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल परीदा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
उन्होंने कहा कि यह हमला सुनियोजित था. घटना को अंजाम देने के बाद हमलावर एसयूवी में सवार होकर मौके से फरार हो गए. हमने हमलावरों को पकड़ने के लिए कई सड़कों पर नाकाबंदी कर दी है. इस घटना के पीछे के कारणों की फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. वहीं, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से घटना की त्वरित जांच के आदेश देने का अनुरोध किया गया है.
मुकेश कुमार