लॉकडाउन के बीच भारतीय जनता पार्टी ने वर्चुअल रैली की नई परंपरा शुरू की है, जिसमें दिल्ली से ही पार्टी के वरिष्ठ नेता अलग-अलग राज्यों में जन संवाद कर रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खुद इस प्लेटफॉर्म का जमकर इस्तेमाल कर रहे हैं. वो बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में वर्चुअल रैली के जरिए जन संवाद कर चुके हैं.
मंगलवार को अमित शाह ने पश्चिम बंगाल जन संवाद रैली को संबोधित किया. पार्टी का कहना है कि शाह की इस रैली को बड़ी सफलता मिली है और करीब दो करोड़ लोगों ने उन्हें अलग-अलग माध्यमों से देखा-सुना है.
बंगाल बीजेपी के महासचिव सयंतन बसु ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि बंगाल में वर्चुअल रैली हम सभी के लिये नये प्रयोग की तरह थी. लेकिन अंतत: इसमें बड़ी सफलता मिली है. बसु ने कहा, 'लोगों ने रैली को टीवी और सोशल मीडिया पर देखा है. हमारी रिपोर्ट के अनुसार, करीब दो करोड़ लोगों ने इस रैली को देखा है.'
वहीं, पीटीआई ने बीजेपी सूत्रों के हवाले से ये भी लिखा है कि अमित शाह की रैली को जन-जन तक पहुंचाने के लिये करीब 15 हजार एलईडी और 70 हजार से ज्यादा स्मार्ट टीवी का इंतेजाम किया गया था. हालांकि, लोगों ने सिर्फ टीवी या एलईडी पर ही अमित शाह को नहीं सुना, बल्कि सोशल मीडिया पर भी लोग इस रैली से जुड़े. सयंतन बसु ने बताया कि टीवी पर रैली देखने के अलावा, एक बड़े तबके ने फेसबुक, यू-ट्यूब और पार्टी की वेबसाइट पर भी रैली को देखा. कुल मिलाकर बीजेपी इस रैली को बहुत सफल बता रही है जबकि तृणमूल कांग्रेस ने उनके दावे को सच्चाई से कोसों दूर बताया है.
टीएमसी का जवाब- दावा सच्चाई से दूर
सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने कोरोना और अम्फान की दोहरी मार झेल रहे बंगाल में अमित शाह की रैली पर सवाल ये भी कहा कि उनकी वर्चुअल रैली फ्लॉप शो रही है. टीएमसी ने बाकायदा ट्विटर पर हैशटैग #BengalRejectsAmitShah भी चलाया. टीएमसी की तरफ से ये भी कहा गया है कि दो करोड़ लोगों के रैली देखने का जो दावा बीजेपी की तरफ से किया गया है वो सच्चाई से बहुत दूर है. टीएमसी ने ये भी कहा है कि बीजेपी को सामान्य रैली तक के लिये लोग नहीं मिल पाते हैं, ऐसे में उसे झूठ बोलना बंद कर देना चाहिये.
अखिलेश का BJP पर निशाना, कहा- अरबों रुपये खर्च करके हो रही 'खर्चुअल रैली'
बता दें कि टीएमसी और बीजेपी में लंबे समय से सियासी टकराव चला आ रहा है. बीजेपी ने इसी साल लोकसभा चुनाव में यहां अच्छा प्रदर्शन किया था. अब पार्टी का टारगेट अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव पर है. अमित शाह अपनी रैली में भी बंगाल में परिवर्तन का दावा कर चुके हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी खूब आलोचना की थी. साथ ही अमित शाह ने वर्चुअल रैली को ऐतिहासिक पहल भी बताया था.
हालांकि, विपक्ष बीजेपी की वर्चुअल रैली के खर्च पर भी सवाल उठा रहा है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तो बीजेपी की वर्चुअल रैली को खर्चुअल रैली तक बता चुके हैं.
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