राष्ट्रपति चुनाव को लेकर देश की सियासत में हलचल तेज़ हो गई है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए में भी राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का कौन होगा इसको लेकर बैठकों का दोर शुरू हो गया है. दो दिन पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के अन्य दलों से बातचीत के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू की सदस्यीय कमिटी बनाई.
बुधवार को कैबिनेट मीटिंग के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ मंत्री राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गड़करी, वेंकैया नायडू के साथ राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अलग से चर्चा की. राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि कौन किस दल से बात कर रहा है.
वेंकैया ने बताया कि नीतीश कुमार, लालू यादव और समाजवादी पार्टी से अरुण जेटली बात कर रहे हैं और राजनाथ सिंह टीएमसी से बात कर रहे हैं. उन्होंने एनसीपी के नेता अंबुमणि रामदास, बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्रा और वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी से बात की है. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से भी जल्दी बात करेंगे.
वेंकैया नायडू ने प्रधानमंत्री मोदी को ये भी बताया कि शुक्रवार को गृहमंत्री राजनाथ के साथ-साथ वो राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मुलाक़ात करेंगे.
राष्ट्रपति चुनाव में कुल 11,04,546 वोट है. एनडीए के पास लगभग 5,37,683 वोट हैं. जादुई बहुमत से लगभग 15 हज़ार वोट कम हैं. तो दूसरी तरफ़ यूपीए के 21 दलों के कुल वोट लगभग 3,91,731 हैं. इसके अलावा एआईडीएमके 59,224 वोट है ,बीजेडी के पास 32891, टीआरएस के पास 22,048 ,वाईएसआर कांग्रेस के पास 16,848 वोट हैं , आईएनडीएल के पास 4252 वोट हैं और आम आदमी पार्टी के पास 9,038 वोट हैं.
बीजेपी के रणनीतिकारों की नज़र एआईडीएमके के 59,224 वोट, टीआरएस के 22,048 वोट ,वाईएसआर कांग्रेस के 16,848 वोट और आईएनडीएल के पास 4252 वोट पर हैं, जिनकी संख्या लगभग एक लाख तीन हज़ार से ज़्यादा हैं. इन चारों दलों के नेताओं से बीजेपी के रणनीतिकार पहले से सम्पर्क हैं. पिछले दिनों एआईडीएमके के दोनों धड़ों के नेता प्रधानमंत्री से मिल चुके हैं. पिछले महीने वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने भी प्रधानमंत्री से मुलाक़ात कर चुके हैं. इन सभी नेताओं के साथ बीजेपी नेतृत्व सम्पर्क में है.
सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को लगता है कि यूपीए ने अगर कोई मज़बूत उम्मीदवार राष्ट्रपति चुनाव में नहीं उतारा तो चुनाव के अंत तक जेडीयू और एनसीपी भी एनडीए उम्मीदवार का समर्थन कर सकती हैं. इन दोनो दलों के पास लगभग 36 हज़ार वोट हैं. अगर ऐसा होता है तो एनडीए को इस राष्ट्रपति चुनाव दो तिहाई से वोट मिलेंगे.
सूत्रों की मानें तो राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए का उम्मीदवार 23 जून को नामांकन कर सकता हैं, क्योंकि 25 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विदेश यात्रा पर अमेरिका जाना है.
हिमांशु मिश्रा