बिहार के दरभंगा में शनिवार को दिन भर एक प्रेमी जोड़े को लेकर हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. मगर शाम होते-होते इस पूरी कहानी का हैप्पी एंडिंग हो गया. कहानी दो प्यार करने वालों की है, जिनकी जातियां अलग होने के कारण मां-बाप शादी के लिए राजी नहीं थे. मगर इन लोगों ने ठान लिया था कि एक दूसरे के होकर रहेंगे, चाहे कुछ भी करना पड़े.
इस कहानी का हीरो दरभंगा जिले के कुशेश्वरस्थान का रहने वाला सौरभ है, जिसे अपने पड़ोस की ही रहने वाली प्रीति से प्यार हो गया था. दोनों बचपन के दोस्त है मगर जैसे-जैसे यह बड़े होते गए इनकी दोस्ती मोहब्बत में बदल गई. फिर दोनों ने एक दूसरे से शादी करने का सोच लिया.
दोनों जानते थे कि उनके परिवार वाले जाति अलग होने के कारण इनकी शादी नहीं होने देंगे. इसीलिए इन लोगों ने पहले तो भागकर मंदिर में शादी कर ली. मगर शादी के तुरंत बाद ही लड़की वाले सौरव और उसके परिवार वालों को लगातार धमकियां दे रहे थे. इन धमकियों से तंग आकर आखिरकार शनिवार को यह प्रेमी जोड़ा दरभंगा के डीएसपी के कार्यालय में पहुंच गया और खुद के लिए सुरक्षा की मांग की.
प्रेमी जोड़े को लेकर शनिवार को दिन भर डीएसपी के कार्यालय में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. अंत में लड़की के दादाजी ने शादी को लेकर अपनी हामी भरी, तब जाकर डीएसपी कार्यालय में ही इन दोनों प्रेमी जोड़े का विवाह फिर से संपन्न हुआ.
इस शादी के लिए लड़की के परिवार वालों की रजामंदी के तुरंत बाद ही डीएसपी कार्यालय मंडप स्थल में तब्दील हो गया. तुरंत ही जयमाला के लिए फूल और मिठाइयां मंगाई गई. दूल्हा के लिए कुर्ता पजामा और दुल्हन के लिए शादी का जोड़ा भी मंगाया गया.
डीएसपी कार्यालय में ही सौरव और प्रीति ने एक दूसरे को फिर से वरमाला पहनाया और पूरे रस्मो-रिवाज के साथ दोनों का विवाह संपन्न हुआ. विवाह संपन्न होने के बाद डीएसपी कार्यालय में खूब मिठाइयां भी बांटी गई.
डीएसपी दिलनवाज खान ने कहा कि लड़का और लड़की दोनों बालिग थे, इसीलिए कानूनी तौर पर यह दोनों विवाह करने के लिए स्वतंत्र हैं. इसीलिए ऐसा करने में पुलिस ने इनकी मदद की.
नंदलाल शर्मा / रोहित कुमार सिंह