महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार और वंचित बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर बुधवार को 'जय स्तंभ' पहुंचे. वहां दोनों ने भीमा कोरोगांव की 202वीं बरसी पर श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर अजित पवार ने कहा कि वे यहां महाराष्ट्र की जनता की ओर से श्रद्धा सुमन अर्पित करने आए हैं.
अजित पवार ने कहा कि यह ऐतिहासिक स्तंभ है. यहां हर साल लाखों की संख्या में लोग आते हैं. दो साल पहले यहां अप्रिय घटना हुई थी. लेकिन अब सरकार इसे लेकर सावधान है. यहां पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना नहीं हो.
जनता से शांति बनाए रखने की अपील
अजित पवार ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा, 'मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे यहां आएं और शांतिपूर्वक श्रद्धासुमन अर्पित करें.' साथ ही बहुजन अघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश अंबेडकर ने भी जय स्तंभ पर श्रद्धांजलि अर्पित की.
आपको बता दें कि पुणे पुलिस ने कई लोगों को पिछले सप्ताह नोटिस जारी कर कहा था कि वे 29 दिसंबर के बाद चार दिनों तक यहां नहीं आएं. इनमें मिलिंद एकबोटे, शंभाजी भिड़े और कबीर कला मंच के सदस्य शामिल हैं. ये नोटिस उन लोगों के खिलाफ जारी किया गया है जो दो साल पहले हुई हिंसा मामले के आरोपी हैं.
जब भीमा कोरेगांव में भड़की हिंसा
हर साल जय स्तंभ पर लाखों की संख्या में लोग जमा होते हैं और श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं. आज भीमा कोरेगांव युद्ध की 202वीं बरसी है. इस मौके पर इलाके की सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद किया गया है. भीमा कोरेगांव का युद्ध 1 जनवरी 1818 में अंग्रेजों और पेशवाओं के बीच लड़ा गया था.
1 जनवरी 2018 में बरसी के दौरान यहां हिंसा भड़क उठी थी. इस हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. पुलिस अधिकारी के मुताबिक एहतियात के तौर पर यहां सुरक्षा के भारी बंदोबस्त किए गए हैं.
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