केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी वाजपेयी और स्वतंत्रता सेनानी व बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संस्थापक मदन मोहन मालवीय को देश के सर्वोच्च सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किए जाने का फैसला किया है. राष्ट्रपति भवन की ओर से बुधवार को जारी किए गए बयान से यह जानकारी सामने आई है.
अटल बिहारी वाजपेयीः बेमिसाल राजनेता, लाजवाब कवि
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से ट्वीट किया गया, 'राष्ट्रपति को पंडित मदन मोहन मालवीय और अटल बिहारी वाजपेयी को 'भारत रत्न' से सम्मानित कर खुशी हो रही है.'
अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न दिए जाने पर PM का ट्वीट
जानें मदन मोहन मालवीय के बारे में
मदन मोहन मालवीय काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक थे. वह महामना उपाधि से सम्मानित भारत के अकेले शख्स हैं. उनका जन्म 25 दिसंबर 1861 को इलाहाबाद में हुआ था. 1884 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से उन्होंने बीए की डिग्री प्राप्त की. वह 1909 और 1918 में कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे. महामना मालवीय ने 1909 में अंग्रेजी अखबार 'द लीडर' की स्थापना की.
आपको बता दें कि बीजेपी लंबे समय से अटल बिहारी वाजपेयी का भारत रत्न दिए जाने की मांग करती रही है. सरकार में आने के बाद उसने सबसे पहले वाजपेयी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का ऐलान किया है. दूसरी ओर लोकसभा चुनावों के दौरान अपने प्रचार अभियान में कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित मदन मोहन मालवीय को भारत रत्न देने की बात की थी.
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